Sudarshan Maurya requested the police to take the articles of opposition under it custody if he is not interested take it

 








संदर्भ संख्या : 40019921013755 , दिनांक - 28 Jul 2021 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921013755

आवेदक का नाम-Sudarshan Mauryaविषय-क्षेत्राधिकारी महोदय आप द्वारा आँख मूद कर चौकी इंचार्ज की रिपोर्ट को स्वीकार करना और वह रिपोर्ट जो की ब्यथा  के विषयवस्तु से भी मेल नहीं खाता किस तरह से उचित है  श्री मान जी जैसा की आप को पूर्व में विदित है विपक्षी याकूब अंसारी द्वारा प्रार्थी के विरुद्ध शिकायती पत्र प्रस्तुत किया गया की प्रार्थी द्वारा उसके मकान  बनाने के सामान को जबरदस्ती रख लिया गया है किन्तु सच यह है की सामान याकूब अंसारी द्वारा खुद नहीं ले जाया जा रहा है श्री मान जी प्रार्थी द्वारा याकूब अंसारी से पंजीकृत पत्र  द्वारा अनुरोध किया गया किन्तु वे अभी तक अपना सामान नहीं ले गए दिनांक १५/०७/२०२१ का पत्र  संलग्नक का प्रथम पृष्ठ है और द्वितीय पृष्ठ स्पीड पोस्ट का ऑनलाइन ट्रैकिंग है जिससे स्पस्ट है दिनांक १५ जुलाई का पत्र डाक विभाग २४ जुलाई को डिलीवर किया Article Type-Inland Speed Post, Delivery Location-Mirzapur HO Delivery-Mirzapur HO, Confirmed On-24/07/2021 17:10:05स्पस्ट है की पत्र रिसीव करने में टाल  मटोल हुआ और जब २४ जुलाई को रिसीव कर लिए तो आज २८ जुलाई है अर्थात चार दिन में भी उन्हें समय नहीं मिला  और सोचिये पुलिस द्वारा सामान देने के लिए प्रार्थी को छह जुलाई को बुला कर अनावश्यक दबाव बनाया गया जब की प्रार्थी द्वारा कभी विपक्षी को सामान  ले जाने से रोका ही नहीं गया मुझे समझ में नहीं आ रहा है की विपक्षी प्रार्थी के घर पर सामन रख कर न जाने कौन सी कुटिल योजना बना रहा है प्रार्थी दिन रात तो विपक्षी के सामान की निगरानी कर नहीं सकता इसलिए पुलिस द्वारा विपक्षी से अनुरोध किया जाय की वह अपनी निगरानी में अपने सामान प्रार्थी के घर से ले जाय अन्यथा प्रार्थी की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी और [पुलिस खुद उन सामानो को अपने अभिरक्षा में ले सकती है और प्रार्थी खुद ही इतना अवसादग्रस्त है की आगे के बारे में कुछ सोच ही नहीं पा रहा है इतना बड़ा क्षति हुआ जो कल्पनातीत था श्री मान जी प्रकरण में प्रार्थी को न्याय दिलाने की दिशा में जो प्रगति हुई हो उसे भी रिपोर्ट के साथ संलग्न करे और नगर मजिस्ट्रेट द्वारा कृत कार्यवाही का प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराये क्यों की भविष्य की कार्यवाही का आधार पुलिस उसी को बनाये गी Sir whatever detriment occurred to the applicant must be compensated by the contractor as he misled the applicant to achieve its own ulterior motives. Still no action by the police. प्रार्थी चौकी इंचार्ज महोदय के तर्क से सहमत है की मामला तकनीक से सम्बंधित है किन्तु यदि ऊपरी तौर स्पस्ट है तकनीकी मानको को ठेकेदार ने पालन नहीं किया तो ठेकेदार को आपराधिक कृत्य का दोषी मानना उचित है और कार्यवाही को उचित दिशा में ले जाने से मामले के निपटने में शीघ्रता होती जो न्याय हित में जरुरी था श्री मान जी जांच में जो कमिया है उसके लिए चौकी का सिपाही दोषी है क्योकि उसने बारीकी से निरीक्षण नहीं किया सोचिये छत की लिंटल में दरार है और चौकी इंचार्ज महोदय की रिपोर्ट कह रही पिलर में दरार है इसका कारण खुद का एप्लीकेशन ऑफ़ माइंड से कोसो दूर है और सिपाही इमरान खान पर आँख मूद कर विश्वास कर रहे है यही कारण है ब्यथा मामलो के निस्तारण में गुड़वत्ता की कमी है और सामान्य समस्याए भी छह छह महीने निपट रही है इमरान खान की धार्मिक कट्टरता उनके निष्पक्ष पूर्ण कार्यशैली में बाधक है जो की जांच से स्पस्ट है

विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-27-08-2021शिकायत की स्थिति-

स्तर -क्षेत्राधिकारी स्तरपद -क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 28-07-2021 27-08-2021 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-क्षेत्राधिकारी , नगर ,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क

संदर्भ संख्या : 40019921013754 , दिनांक - 28 Jul 2021 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921013754

आवेदक का नाम-Sudarshan Mauryaविषय-श्री मान जी जैसा की आप को पूर्व में विदित है विपक्षी याकूब अंसारी द्वारा प्रार्थी के विरुद्ध शिकायती पत्र प्रस्तुत किया गया की प्रार्थी द्वारा उसके मकान  बनाने के सामान को जबरदस्ती रख लिया गया है किन्तु सच यह है की सामान याकूब अंसारी द्वारा खुद नहीं ले जाया जा रहा है श्री मान जी प्रार्थी द्वारा याकूब अंसारी से पंजीकृत पत्र  द्वारा अनुरोध किया गया किन्तु वे अभी तक अपना सामान नहीं ले गए दिनांक १५/०७/२०२१ का पत्र  संलग्नक का प्रथम पृष्ठ है और द्वितीय पृष्ठ स्पीड पोस्ट का ऑनलाइन ट्रैकिंग है जिससे स्पस्ट है दिनांक १५ जुलाई का पत्र डाक विभाग २४ जुलाई को डिलीवर किया Article Type-Inland Speed Post, Delivery Location-Mirzapur HO Delivery-Mirzapur HO, Confirmed On-24/07/2021 17:10:05स्पस्ट है की पत्र रिसीव करने में टाल  मटोल हुआ और जब २४ जुलाई को रिसीव कर लिए तो आज २८ जुलाई है अर्थात चार दिन में भी उन्हें समय नहीं मिला  और सोचिये पुलिस द्वारा सामान देने के लिए प्रार्थी को छह जुलाई को बुला कर अनावश्यक दबाव बनाया गया जब की प्रार्थी द्वारा कभी विपक्षी को सामान  ले जाने से रोका ही नहीं गया मुझे समझ में नहीं आ रहा है की विपक्षी प्रार्थी के घर पर सामन रख कर न जाने कौन सी कुटिल योजना बना रहा है प्रार्थी दिन रात तो विपक्षी के सामान की निगरानी कर नहीं सकता इसलिए पुलिस द्वारा विपक्षी से अनुरोध किया जाय की वह अपनी निगरानी में अपने सामान प्रार्थी के घर से ले जाय अन्यथा प्रार्थी की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी और [पुलिस खुद उन सामानो को अपने अभिरक्षा में ले सकती है और प्रार्थी खुद ही इतना अवसादग्रस्त है की आगे के बारे में कुछ सोच ही नहीं पा रहा है इतना बड़ा क्षति हुआ जो कल्पनातीत था श्री मान जी प्रकरण में प्रार्थी को न्याय दिलाने की दिशा में जो प्रगति हुई हो उसे भी रिपोर्ट के साथ संलग्न करे और नगर मजिस्ट्रेट द्वारा कृत कार्यवाही का प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराये क्यों की भविष्य की कार्यवाही का आधार पुलिस उसी को बनाये गी Sir whatever detriment occurred to the applicant must be compensated by the contractor as he misled the applicant to achieve its own ulterior motives. Still no action by the police. प्रार्थी चौकी इंचार्ज महोदय के तर्क से सहमत है की मामला तकनीक से सम्बंधित है किन्तु यदि ऊपरी तौर स्पस्ट है तकनीकी मानको को ठेकेदार ने पालन नहीं किया तो ठेकेदार को आपराधिक कृत्य का दोषी मानना उचित है और कार्यवाही को उचित दिशा में ले जाने से मामले के निपटने में शीघ्रता होती जो न्याय हित में जरुरी था श्री मान जी जांच में जो कमिया है उसके लिए चौकी का सिपाही दोषी है क्योकि उसने बारीकी से निरीक्षण नहीं किया सोचिये छत की लिंटल में दरार है और चौकी इंचार्ज महोदय की रिपोर्ट कह रही पिलर में दरार है इसका कारण खुद का एप्लीकेशन ऑफ़ माइंड से कोसो दूर है और सिपाही इमरान खान पर आँख मूद कर विश्वास कर रहे है यही कारण है ब्यथा मामलो के निस्तारण में गुड़वत्ता की कमी है और सामान्य समस्याए भी छह छह महीने निपट रही है इमरान खान की धार्मिक कट्टरता उनके निष्पक्ष पूर्ण कार्यशैली में बाधक है जो की जांच से स्पस्ट है

विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-04-08-2021शिकायत की स्थिति-

स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 28-07-2021 04-08-2021 थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-कोतवाली कटरा,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क

Beerbhadra Singh

To write blogs and applications for the deprived sections who can not raise their voices to stop their human rights violations by corrupt bureaucrats and executives.

2 Comments

Whatever comments you make, it is your responsibility to use facts. You may not make unwanted imputations against any body which may be baseless otherwise commentator itself will be responsible for the derogatory remarks made against any body proved to be false at any appropriate forum.

  1. क्षेत्राधिकारी महोदय आप द्वारा आँख मूद कर चौकी इंचार्ज की रिपोर्ट को स्वीकार करना और वह रिपोर्ट जो की ब्यथा के विषयवस्तु से भी मेल नहीं खाता किस तरह से उचित है
    श्री मान जी जांच में जो कमिया है उसके लिए चौकी का सिपाही दोषी है क्योकि उसने बारीकी से निरीक्षण नहीं किया सोचिये छत की लिंटल में दरार है और चौकी इंचार्ज महोदय की रिपोर्ट कह रही पिलर में दरार है इसका कारण खुद का एप्लीकेशन ऑफ़ माइंड से कोसो दूर है और सिपाही इमरान खान पर आँख मूद कर विश्वास कर रहे है यही कारण है ब्यथा मामलो के निस्तारण में गुड़वत्ता की कमी है और सामान्य समस्याए भी छह छह महीने निपट रही है इमरान खान की धार्मिक कट्टरता उनके निष्पक्ष पूर्ण कार्यशैली में बाधक है जो की जांच से स्पस्ट है

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  2. यह निश्चित रूप से अराजकता है प्रश्न यह उठता है कि अराजकता को कंट्रोल कौन करेगा जो कंट्रोल करने वाले हैं वह खुद ही अराजक है ईश्वर ही हम लोगों की रक्षा करें क्योंकि जब रक्षक ही भक्षक हो जाएगा तो कौन सुरक्षा प्रदान करेगा

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