By donating ₹ 10, be a part of country's cooperation against corruption is the need of hour
By donating ₹ 10, be a part of the country's cooperation against corruption
₹10 दान देकर देश के भ्रष्टाचार के विरुद्ध सहयोग में भागीदार बने
Friends, We have dedicated our whole life in the fight against corruption.
मित्रों हमने अपना पूरा जीवन भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष में समर्पित कर दिया है ।.
Friends, I am placing before the government the emails and WhatsApp messages sent by you. In this way, I have been doing it for 25 years and many friends have also been benefitted. Friends, the government also takes ₹ 10 from me as RTI fee, which I spend in some way by saving from my food. Friends, at this time the inflation has increased 10 times than before. My and my family's livelihood depends on your cooperation. Because your partner is an anti-corruption crusader, the elite class of the society will never cooperate with him, but would like this person to end, which is obvious.
मित्रों आपके द्वारा भेजे गए ईमेल्स और व्हाट्सएप मैसेज को मैं सरकार के समक्ष रखता हूं। ऐसे में 25 वर्षों से कर रहा हूं और बहुत से साथी लाभान्वित भी हुए हैं। साथियों सरकार भी मुझसे ₹10 आरटीआई फीस के रूप में लेती है जो मैं अपने भोजन से बचाकर किसी तरह से खर्च करता हूं। साथियों इस वक्त महंगाई पहले से 10 गुना बढ़ चुकी है। मेरा और मेरे परिवार का जीविकोपार्जन आपके सहयोग पर आश्रित है। क्योंकि आपका साथी एक anti-corruption क्रुसेडर है इसलिए समाज का अभिजात्य वर्ग उसका सहयोग कभी नहीं करेगा बल्कि यही चाहेगा कि यह व्यक्ति खत्म हो जाए जोकि प्रत्यक्ष स्पष्ट है।
Friends, our struggle is not for power but against the anarchy and autocracy prevailing in power. We want to build a good society which requires dedication. If we can be your voice, why not contribute too? If you want us to continue to be your voice, then you should also stand with us, then see how we can control this great demon, the demon of corruption.
मित्रों हमारा संघर्ष सत्ता के लिए नहीं है बल्कि सत्ता में व्याप्त अराजकता और निरंकुशता के विरुद्ध है। हम एक अच्छे समाज का निर्माण चाहते हैं जिसमें समर्पण की आवश्यकता है। यदि हम आपकी आवाज बनते हैं तो क्या आप अंशदान भी नहीं कर सकते। यदि आप चाहते हैं कि हम आपकी आवाज बनते रहे तो आप भी हमारे साथ खड़े रहे फिर देखिए किस ढंग से इस महादानव, भ्रष्टाचार रूपी दानव का अंकुश हम लोगों के हाथ में आता है।
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