संदर्भ संख्या : 40019921010302 , दिनांक - 04 Jul 2021 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019921010302
आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-सेवा में पुलिस अधीक्षक जिला -मिर्ज़ापुर , उत्तर प्रदेश विषय -दीनानाथ यादव कुल ६००० रुपये ले चुके कार्यवाही के नाम पर किन्तु अभी तक एक भी अभियुक्त गिरप्तार नहीं हुए महोदय श्री मान जी ३५०० रुपये की बोलेरो गाड़ी करके २७ मई २०२१ को जिगना थाने से सोनभद्र गए मेडिकल एग्जामिनेशन वास्ते क्योकि दिनांक २६ मई २०२१ सर्रोई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सर्रोई द्वारा मेडिकल एग्जामिनेशन करने के पश्चात् मामले को मंडलीय अस्पताल हजरत यूसुफ इमाम मंडलीय हॉस्पिटल अग्रसारित किया क्योकि उनके पास एक्स रे की ब्यवस्था नहीं है किन्तु २६ तारीख को कोई डॉक्टर उपरोक्त जिला अस्पताल उपस्थित नहीं थे और दूसरे दिन जिला अस्पताल के डॉक्टर मामले को जिला सोनभद्र जिला अस्पताल भेज दिए दिनांक २९ मई २०२१ को ग्राम प्रधान नीरज के बुलाने पर प्रार्थी प्रधान के घर अपने पुत्र के साथ मोटर साइकिल से गया वहा पर नीरज प्रधान , खिलाडी सिंह , लाला , उदय राज सिंह और अन्य के समक्ष उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव को प्रार्थी ने डीजल के नाम पर ५००० हजार रुपये दिया जिससे की मामले में कार्यवाही आगे बढ़ सके दिन शुक्रवार को तारीख १८ जून २०२१ जिगना थाने में मेडिकल एग्जामिनेशन के रिपोर्ट को सोनभद्र से लाने हेतु उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव ने १००० रुपये लिया है किन्तु अभी तक उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव महोदय ने अभी तक मेडिकल एग्जामिनेशन रिपोर्ट प्रार्थी को उपलब्ध नहीं कराया श्री मान जी अभी तक एक भी अभियुक्त को दीनानाथ यादव उपनिरीक्षक द्वारा गिरप्तार नहीं किया गया सम्बंधित को निर्देशित करे की मामले में लीपापोती न करे उचित कार्यवाही करे दिनांक २२ जून २०२१ प्रार्थी कमलेश सिंह कमलेश सिंह पुत्र रघुबर दयाल सिंह पता - ग्राम कोठरा कंतित , पोस्ट श्री निवासधाम जिला मिर्ज़ापुर थाना जिगना पिन कोड २३१३१३
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-22-07-2021शिकायत की स्थिति-
स्तर -क्षेत्राधिकारी स्तरपद -क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 22-06-2021 22-07-2021 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-लालगंज,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस कार्यालय स्तर पर लंबित
संदर्भ संख्या : 40019921010307 , दिनांक - 04 Jul 2021 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019921010307
आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-The matter concerns with serious allegations of corruption and lackadaisical approach of investigation officer concerned to deal with the matter. सेवा में पुलिस अधीक्षक जिला -मिर्ज़ापुर , उत्तर प्रदेश विषय -दीनानाथ यादव कुल ६००० रुपये ले चुके कार्यवाही के नाम पर किन्तु अभी तक एक भी अभियुक्त गिरप्तार नहीं हुए महोदय श्री मान जी ३५०० रुपये की बोलेरो गाड़ी करके २७ मई २०२१ को जिगना थाने से सोनभद्र गए मेडिकल एग्जामिनेशन वास्ते क्योकि दिनांक २६ मई २०२१ सर्रोई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सर्रोई द्वारा मेडिकल एग्जामिनेशन करने के पश्चात् मामले को मंडलीय अस्पताल हजरत यूसुफ इमाम मंडलीय हॉस्पिटल अग्रसारित किया क्योकि उनके पास एक्स रे की ब्यवस्था नहीं है किन्तु २६ तारीख को कोई डॉक्टर उपरोक्त जिला अस्पताल उपस्थित नहीं थे और दूसरे दिन जिला अस्पताल के डॉक्टर मामले को जिला सोनभद्र जिला अस्पताल भेज दिए दिनांक २९ मई २०२१ को ग्राम प्रधान नीरज के बुलाने पर प्रार्थी प्रधान के घर अपने पुत्र के साथ मोटर साइकिल से गया वहा पर नीरज प्रधान , खिलाडी सिंह , लाला , उदय राज सिंह और अन्य के समक्ष उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव को प्रार्थी ने डीजल के नाम पर ५००० हजार रुपये दिया जिससे की मामले में कार्यवाही आगे बढ़ सके दिन शुक्रवार को तारीख १८ जून २०२१ जिगना थाने में मेडिकल एग्जामिनेशन के रिपोर्ट को सोनभद्र से लाने हेतु उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव ने १००० रुपये लिया है किन्तु अभी तक उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव महोदय ने अभी तक मेडिकल एग्जामिनेशन रिपोर्ट प्रार्थी को उपलब्ध नहीं कराया श्री मान जी अभी तक एक भी अभियुक्त को दीनानाथ यादव उपनिरीक्षक द्वारा गिरप्तार नहीं किया गया सम्बंधित को निर्देशित करे की मामले में लीपापोती न करे उचित कार्यवाही करे दिनांक २२ जून २०२१ प्रार्थी कमलेश सिंह कमलेश सिंह पुत्र रघुबर दयाल सिंह पता - ग्राम कोठरा कंतित , पोस्ट श्री निवासधाम जिला मिर्ज़ापुर थाना जिगना पिन कोड २३१३१३
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-22-07-2021शिकायत की स्थिति-
स्तर -क्षेत्राधिकारी स्तरपद -क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 22-06-2021 22-07-2021 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-लालगंज,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस कार्यालय स्तर पर लंबित
संदर्भ संख्या : 40019921010310 , दिनांक - 04 Jul 2021 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019921010310
आवेदक का नाम-कमलेश सिंहविषय-सेवा में पुलिस अधीक्षक जिला -मिर्ज़ापुर , उत्तर प्रदेश विषय -दीनानाथ यादव कुल ६००० रुपये ले चुके कार्यवाही के नाम पर किन्तु अभी तक एक भी अभियुक्त गिरप्तार नहीं हुए महोदय श्री मान जी ३५०० रुपये की बोलेरो गाड़ी करके २७ मई २०२१ को जिगना थाने से सोनभद्र गए मेडिकल एग्जामिनेशन वास्ते क्योकि दिनांक २६ मई २०२१ सर्रोई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सर्रोई द्वारा मेडिकल एग्जामिनेशन करने के पश्चात् मामले को मंडलीय अस्पताल हजरत यूसुफ इमाम मंडलीय हॉस्पिटल अग्रसारित किया क्योकि उनके पास एक्स रे की ब्यवस्था नहीं है किन्तु २६ तारीख को कोई डॉक्टर उपरोक्त जिला अस्पताल उपस्थित नहीं थे और दूसरे दिन जिला अस्पताल के डॉक्टर मामले को जिला सोनभद्र जिला अस्पताल भेज दिए दिनांक २९ मई २०२१ को ग्राम प्रधान नीरज के बुलाने पर प्रार्थी प्रधान के घर अपने पुत्र के साथ मोटर साइकिल से गया वहा पर नीरज प्रधान , खिलाडी सिंह , लाला , उदय राज सिंह और अन्य के समक्ष उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव को प्रार्थी ने डीजल के नाम पर ५००० हजार रुपये दिया जिससे की मामले में कार्यवाही आगे बढ़ सके दिन शुक्रवार को तारीख १८ जून २०२१ जिगना थाने में मेडिकल एग्जामिनेशन के रिपोर्ट को सोनभद्र से लाने हेतु उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव ने १००० रुपये लिया है किन्तु अभी तक उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव महोदय ने अभी तक मेडिकल एग्जामिनेशन रिपोर्ट प्रार्थी को उपलब्ध नहीं कराया श्री मान जी अभी तक एक भी अभियुक्त को दीनानाथ यादव उपनिरीक्षक द्वारा गिरप्तार नहीं किया गया सम्बंधित को निर्देशित करे की मामले में लीपापोती न करे उचित कार्यवाही करे दिनांक २२ जून २०२१ प्रार्थी कमलेश सिंह कमलेश सिंह पुत्र रघुबर दयाल सिंह पता - ग्राम कोठरा कंतित , पोस्ट श्री निवासधाम जिला मिर्ज़ापुर थाना जिगना पिन कोड २३१३१३
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-29-06-2021शिकायत की स्थिति-
स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी आदेश/आपत्ति दिनांक आदेश/आपत्ति आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति संलगनक
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 22-06-2021 थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक-जिगना,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस 29-06-2021 श्रीमान् जी संलग्न जांच आख्या महोदय के अवलोकनार्थ सादर सेवा में प्रेषित है। निस्तारित
Whether the human rights of innocent and global citizens in the state of Uttar Pradesh are safe and sound quite obvious that there is rampant anarchy in the department of police? Police colluded with the corrupt elements only promote corruption in the society.
ReplyDeleteThink about the gravity of situation that police is not taking action even after taking the graft from the victim in the matter and it seems that they have taken greater bribe from the criminal elements.
Whether the police in the Mirzapur district do not understand even those applications written in Hindi otherwise what is the cause of dereliction on the part of police especially Jigana police? Offenders are still scot-free from the clutches of the police whether such neutrality on the part of police will not promote the criminal elements in the society ipso facto obvious from the cryptic working style of the concerned police.
Who will curb the corruption if the corruption is promoted by the government itself as accountable key functionaries are promoting corruption behind the screen which is the root cause for not taking any action quite obvious is not being taken on the complaints of the public spirited people in regard to serious allegations of corruption.
ReplyDeleteIt is quite obvious from the post that the credibility of the police in the state of Uttar Pradesh is going down day by day because of the rampant corruption in the department of police.
ReplyDeleteIt is quite obvious that they are more interested in putting carpet on the case so that they are procrastinating on the matter.
Hero police saying that complainant made the allegations against the concerned investigation officer in order to pressurise the investigation officer but think about the gravity of situation that what action has been taken by the investigation officer can be revealed by him itself as nothing reality is visible at the ground level.
ReplyDeleteConcerned police may explain whether the set up norms were conformed by the investigation officer making enquiry of the serious allegations by the aggrieved.