After notice from deputy labour commissioner, D.F.O. Gorakhpur nominated deputy D.F.O. to make enquiry in the non-payment of 29 months salary




 





संदर्भ संख्या : 40018822048323 , दिनांक - 06 Dec 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40018822048323

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-श्रीमान प्रभागीय वन अधिकारी गोरखपुर आपको नाम से नोटिस भेजा गया है उप श्रम आयुक्त गोरखपुर द्वारा सहायक श्रम आयुक्त गोरखपुर के माध्यम से और नोटिस के अनुसार आपको 7 दिसंबर 2022 को सुबह 11 00 बजे संबंधित कार्यालय में उपस्थित होना होगा जहां पर दोनों पक्षों से वार्ता करके मामले का समाधान किया जाएगा महोदय प्रार्थी यह अपेक्षा रखता है आपसे कि आप किसी भी अधिनस्थ कर्मचारी को अपनी ओर से नहीं भेजेंगे क्योंकि कर्मचारी का विवेक अपने वरिष्ठ अधिकारी के माध्यम से चलता है निर्णय आपको लेना है इसलिए आशा करता हूं कि आप उपस्थित रहेंगे जिससे कि प्रार्थी द्वारा मामले को आगे ना बढ़ाया जाए और एक समुचित हल निकल कर सामने आए क्योंकि हम एक स्वतंत्र देश में रहते हैं किसी के गुलाम नहीं है हमारे अपने मानवाधिकार हैं उन मानवाधिकारों की सुरक्षा होनी चाहिए श्रीमान जी 29 महीने की सैलरी आपने नहीं दिया है जिस के सारे वाउचर सत्येंद्र सिंह के पास हैं सुरक्षित 19 महीने की तो आपने खुद ही स्वीकार किया है संजीव सिंह ने उसके लिए आपके पास सिफारिश पत्र भी भेजा था अब सोचिए 29 महीने की सेवा लेने के बाद आप सत्येंद्र सिंह की सैलरी देने से इनकार कर दिया ऐसा तो कोई निर्दई ठेकेदार भी अपने मजदूरों के साथ नहीं करता है नाम मात्र की तनख्वाह सिर्फ ₹5000 सरकार देती है जो न्यूनतम वेतन का आधा है वह भी आप जैसे प्रभागीय वन अधिकारियों के द्वारा नहीं दिया जा रहा है सोचिए कैसे गरीबों का गुजारा हो सकता है इस राष्ट्र में श्रीमान जी आपको यह नहीं लगता कि आप एक गलत परंपरा की नींव डाल रहे हैं जिसका भविष्य सिर्फ लोगों को अंधकार में ले जाएगा श्रीमान जी सत्येंद्र सिंह नियमित रूप से 15 वर्षों से ज्यादा समय से विभाग को सेवा प्रदान कर रहे हैं जबकि आपका व्यवहार उनके साथ बहुत ही गलत ढंग से है जो कि आप उनको तनख्वाह नहीं देना चाहते हैं और उनकी सर्विस को ब्रेक करना चाहते हैं श्रीमान जी यदि सत्येंद्र सिंह आपके घर के होते तो क्या आप ऐसा व्यवहार करते कदापि ना करते श्रीमान जी आपका कृत्य मानवाधिकार उल्लंघन की पराकाष्ठा है कृपया अपना तानाशाही प्रवृत्ति नियंत्रण में रखिए क्योंकि इससे समाज का भला नहीं हो सकता है समाज व्यक्ति से बड़ा होता है समाज का विनाश रोकिए क्योंकि इस ढंग की कार्यवाही सिर्फ अराजकता को जन्म देती है श्रीमान जी मैं मानता हूं कि सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार है और आप के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं होगी किंतु आप ईश्वर से डरे क्योंकि वह सब देख रहा है बड़ा आश्चर्य होता है कि किस तरह आप की अंतर चेतना इतना कठोर निर्णय लेने देती है जो सिर्फ मानवता को शर्मसार करने वाली है D.F.O. Gorakhpur has been summoned on 07122022 at 11 O clock in the morning in the office of deputy labour commissioner. संदर्भ संख्या 40018822046125 , दिनांक - 14 Nov 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण शिकायत संख्या -40018822046125 Whether it is justified that divisional forest officer Gorakhpur Yogi Adityanath government did not provide the salary of 29 months of Satyendra Singh working at Baki range of division Gorakhpur? Satyendra Singh is working as daily wage staff at the Baki range since more than 15 years. If the service has been taken by the department of forest, then why divisional forest officer is hatching conspiracy of not providing salary to the staff. Mobile number of Satyendra Singh -9918646162. The matter comes under the ambit of the assistant labour commissioner Gorakhpur to be instrumental to provide the salary of contract labourer of the department of forest division Gorakhpur working at the baaki range of the division Gorakhpur. The matter was earlier raised by the applicant before the assistant labour commissioner Gorakhpur.

विभाग -पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभागशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-06-12-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -प्रभागीय वन अधिकारी

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक06-12-2022 को फीडबैक:-श्रीमान जी संजीव सिंह भी तो प्रशासनिक वन सेवा से नियुक्त हुए थे एक कमीशंड प्राप्त प्रशासनिक वन सेवा के अधिकारी थे सोचिए एक क्लास वन का ऑफिसर 19 महीने की तनख्वाह देने की सिफारिश किया है और आप कह रहे हैं कि सेवा के कोई प्रमाण नहीं है फिर आप कहते हैं कि वित्तीय परमिशन प्रभागीय कार्यालय से नहीं लिया गया फिर आप कहते हैं कि जिसने कार्य लिया है वही पेमेंट करेगा आप पल पल पर बदलते रहते हैं सोचिए प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की बात की कोई वैल्यू नहीं है अब इससे बड़ा अन्याय क्या होगा श्रीमान जी संजीव सिंह क्या आपने तनख्वाह से देंगे सत्येंद्र सिंह की सैलरी सत्येंद्र सिंह ने तो उत्तर प्रदेश बन सेवा को अपनी सेवा दी है तो उत्तर प्रदेश वन विभाग ही में उनकी तनख्वाह देगा और पूरे 29 महीने का सेवा देने का प्रमाण सत्येंद्र सिंह के पास है जिसको उन्होंने ना सिर्फ मुख्यमंत्री कार्यालय बल्कि प्रभागीय वन विभाग कार्यालय गोरखपुर को भी उपलब्ध कराया है ऐसे में उनके साथ इतना बड़ा अन्याय कैसे क्या यह बहुत बड़े स्तर पर मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं है किस सुशासन की बात हमारे मुख्यमंत्री जी कहते हैं यदि उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में 29 महीने की सैलरी एक व्यक्ति को नहीं दी जा रही है इससे बड़ा शोषण क्या हो सकता है क्या सरकार किसी से कार्य लेकर उसके पारिश्रमिक का भुगतान नहीं करेगी और ऐसा न करने के बाद भी अपने आपको एक अच्छा प्रशासक कहना कहां तक उचित है

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 26-11-2022 प्रभागीय वन अधिकारी-गोरखपुर,पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग 05-12-2022 निस्तारण निस्तारित


Beerbhadra Singh

To write blogs and applications for the deprived sections who can not raise their voices to stop their human rights violations by corrupt bureaucrats and executives.

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