Phoolpur, Prayagraj police must inspect site to know the truth

 संदर्भ संख्या : 60000230113874 , दिनांक - 02 Jul 2023 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-60000230113874

आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singh

विषय-OSK Infrabuild Pvt. Ltd. Offering Commercial plots in our Projects at Prayagraj. Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2023/0107709 Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M. P. Singh Date of Receipt 24/05/2023 Received By Ministry/Department Prime Ministers OfficeGrievance Description-Real estate fraud, land mafia having the patronage of the staff of Tehsil Phoolpur, district Prayagraj, looting the innocent and gullible people in the broad daylight. Yogi Aditya Nath Government is mute spectator of it.The matter concerns the working of the Sub Divisional Magistrate Tehsil-Phoolpur, District-Prayag Raj, Uttar Pradesh आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40017523019038आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singh विषय-राजस्व निरीक्षक सुप्रीम कुमार सिंह क्या आप इस भूमाफिया को नहीं जानते जिसने 7 बीघे जमीन पर प्लाटिंग की और किसी को भी प्लाट पर कब्जा नहीं दिया आधा दर्जन प्रार्थना पत्रों को आपने नजरअंदाज किया क्या आप की यही ईमानदारी है भूमि का प्रकार आवासीय भूमि2. ग्राम. बेला सैलाबी कछार, 3. परगना झुंसी4. तहसील फूलपुर, 5. जिला प्रयागराज6. विवरण सम्पत्ति आराजी सं० आराजी सं० 1066रकबा 047000 व 1067 रकबा 0.7000हे0 कुल 2 गाटा योग रकबा 1,1700हे0 में अपने हिस्से में से 111.11 वर्गगज यानी 93.33 वर्गमीटर आवास हेतु बय किया ।केशव प्रताप सिंह Landlord did not provide the possession of the land yet reflects insolence on his part. More details of land attached to grievance. प्राप्त फीडबैक -दिनांक06-06-2023 को फीडबैक:-महोदय कम से कम सुप्रीम कुमार सिंह जो कि कानूनगो है प्रकरण को तो समझ गए किंतु प्रश्न यह उठता है कि अभी भी प्रकरण को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं यहां पर प्रकरण भूमाफिया से संबंधित है भू माफिया का मतलब यह नहीं होता कि कोई क्रिमिनल हो और हार्डकोर क्रिमिनल हो वही भूमाफिया हो सकता है जो भी व्यक्ति जमीन की खरीद-फरोख्त में गड़बड़ी करें बहुत बड़े स्केल पर वह भी भूमाफिया है यहां पर जो विक्रेता है 7 बीघा जमीन खरीद लिया है और वह पूरी जमीन बेचने के बाद भी किसी को कब्जा नहीं दिया है आज न्यायालय की शरण लेने की बात कह रहे हैं कानूनगो महोदय भूमाफिया से सांठगांठ करके अधिकारी इस ढंग से बड़े स्केल पर जमीनों का सौदा कराएंगे जिसमें भूमाफिया ने भी पर्याप्त पैसा कमाया सरकार को रजिस्ट्री के माध्यम से भी पर्याप्त पैसा मिला और अधिकारियों की जेब में भी भरी गई किंतु खरीदने वाले को कुछ नहीं मिला अब उसको यह सलाह दे रहे हैं कि वह जाकर न्यायालय की शरण ले सभी जानते हैं कि इस देश में न्यायालय की कितनी बड़ी दुर्दशा है न्यायालय से अगर न्याय ही मिलता तो फिर क्या पूछने की बात महोदय न्यायालय से न्याय प्राप्त करना इस देश में इतना दुश्वार हो चुका है कि खुद एडीजे स्तर के अधिकारी अपने ही केस के लिए जाकर धरना प्रदर्शन करते हैं उसमें प्रशासन खूब रोती है अंत में अपनी मनमानी करती है जब एक एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज को न्यायालय पर भरोसा नहीं है तो सामान्य जनता कैसे न्यायालय पर भरोसा कर सकती है आप बताएं कि 500 लोगों को जमीन का कब्जा क्यों नहीं दिया गया अभी पिछले वर्ष एक अतिरिक्त जिलाधीश महोदय जेसीबी के सामने लेट कर विरोध प्रदर्शन किए हैं यदि उन्हें विश्वास ही होता कि न्यायालय में न्याय मिलता है वह अपना विरोध प्रदर्शन क्यों करते न्यायालय का सच उनका जेसीबी के समक्ष लेटना बता दे रहा 500 लोगों को आपने जमीन बिकवा दिया भूमाफिया से सांठगांठ करके आपको तो वहां की स्थिति अच्छे ढंग से मालूम थी आज आप कह रहे हैं कि जाइए भू माफिया के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करेंगे योगी सरकार तो कहती है कि हम भू माफिया के विरुद्ध कार्यवाही के लिए विशेष रूप से तत्पर है किंतु व्यावहारिकता में कुछ भी दिखाई नहीं पड़ता है आज भी तहसीलों में पुलिस विभाग में लूट मची हुई है हर किसी का रेट फिक्स है हर तहसील में भूमाफिया हर जिले में भूमाफिया किंतु प्रशासन द्वारा भूमाफिया के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है एक भू माफिया के मामले में आप न्यायालय की शरण में जाने की बात कर रहे हैं जिस भूमाफिया को पूरे प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है जिसके पास पैसे की कोई कमी नहीं है हरपल 500 व्यक्ति यदि इसी तरह से न्यायालय जाएगा तो न्यायालय से न्याय मिल जाएगा पहले से भी बहुत से केस पेंडिंग में है 500 केसेस और पेंडिंग में हो जाएंगे क्या फर्क पड़ता है राज्य में योगी सरकार इसी तरह से भू-माफिया के विरुद्ध कार्यवाही करती है 500 लोगों को आप न्यायालय की शरण में भेज रहे हैं तो क्या इससे पहले भू माफिया के खिलाफ न्यायालय में भेजकर कार्यवाही होती

विभाग -शिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-30-06-2023शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -जिलाधिकारी

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 15-06-2023 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-प्रयागराज , 30-06-2023 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपित

2 अंतरित जिलाधिकारी ( ) 16-06-2023 आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें एवं आख्या प्रेषित करें पुलिस आयुक्त-प्रयागराज 30-06-2023 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपित

3 अंतरित पुलिस आयुक्त (पुलिस ) 16-06-2023 आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें एवं आख्या प्रेषित करें पुलिस उपायुक्त-गंगा जोन प्रयागराज 30-06-2023 श्रीमान जी आख्या सादर सेवा में प्रेषित है । निस्तारित

4 आख्या पुलिस उपायुक्त (पुलिस ) 17-06-2023 आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें एवं आख्या प्रेषित करें क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-फूलपुर,जनपद-प्रयागराज 30-06-2023 JANCH AKHYA SANLAGN HAI निस्तारित

5 आख्या क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त (पुलिस ) 18-06-2023 आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें एवं आख्या प्रेषित करें थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-फूलपुर,जनपद-प्रयागराज ,पुलिस 25-06-2023 संलग्न निस्तारित

Beerbhadra Singh

To write blogs and applications for the deprived sections who can not raise their voices to stop their human rights violations by corrupt bureaucrats and executives.

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