U.P. government claimed to take action against 21 D.F.Os. but the action only confined to print and electronic media reflects true picture

 



संदर्भ संख्या : 40018823012579 , दिनांक - 16 Apr 2023 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40018823012579

आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singhविषय-Everyone knows that irregularities in the plantation was found in the audit report of the auditor general government of India so they recommended the government to take action in the matter and the government forwarded this report to the concerned divisional forest officers to take action in the matter concerning the deep rooted corruption in the plantation carried out by the department of forest and now in taking action divisional forest officer Gorakhpur is procrastinating in the matter and government itself is not showing any interest in taking action against guilty staff of the department of forest. 

कार्यालय प्रभागीय वनाधिकारी, गोरखपुर वन प्रभाग, गोरखपुर पत्रांक- मेमों 16एफ16ए जनसुनवाई दिनांक, गोरखपुर, जुलाई 02 2022 Office PhoneFax No. 0551-2333108 E-Mail ID- dfogorakhpuryahoo.co.in जनसुनवाई समन्धित शिकायत निवारण प्रणाली उत्तर प्रदेश संदर्भ संख्या 60000220090903 शिकायतकर्ता श्री योगी एम०पी० सिंह जी को पूर्व में ही प्रभागीय वनाधिकारी गोरखपुर के कार्यालय के पत्रांक 2234 10एफ16ए दिनांक 08.11.2021 द्वारा सूचित किया जा चुका है कि गोरखपुर वन प्रभाग गोरखपुर के अन्तर्गत महालेखाकार उ0प्र0 के आडिट आपत्ति के सम्बन्ध में 21 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही प्रचलित की गयी। अभी तक किसी अधिकारी एवं कर्मचारी को दण्डित नहीं किया गया है। विकास प्रभागीय वनाधिकारी, गोरखपुर वन प्रभाग, गोरखपुर महोदय आपके उपरोक्त संचार से यह स्पष्ट है कि विभाग के 21 कर्मचारियों के विरुद्ध जांच की कार्यवाही की जा रही है किंतु अभी तक यदि जांच का समापन नहीं हुआ तो कब तक यह जांच अंतिम स्थिति में पहुंचेगा महोदय क्या यह मजाक नहीं है कि कितने वर्षों से यह जांच चल रही है क्या इस ढंग से भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्यवाही होगी यह सच है कि महालेखाकार के जांच रिपोर्ट में भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई है जिसके पर्याप्त साक्ष्य हैं जो महालेखाकार के स्टाफ द्वारा इकट्ठा किया गया और एक रिपोर्ट बनाकर उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा गया था वह भी विधानसभा के चुनाव से पहले और उसी समय माननीय योगी जी की सरकार ने इस भ्रष्टाचार के विरुद्ध जांच का आदेश दिया था किंतु भ्रष्टाचार के विरुद्ध जांच में आप द्वारा सिर्फ महज औपचारिकता पूरी की जा रही है क्योंकि अभी तक आप द्वारा किसी भी कर्मचारी को दंडित नहीं किया गया है जो अपने आप में एक गंभीर अपराध है किसी भ्रष्टाचारी को संरक्षण प्रदान करना और ऊपर से कहना मैं बहुत ईमानदार आदमी हूं कहां तक उचित है सोचिए इसी धन से हर डीएफओ का कार्य रहा है उसमें लगभग 21 प्रभागीय वन अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की बात की गई थी और आपके भी प्रभागीय वन अधिकारी पर तो अभी तक कार्यवाही नहीं हुई किंतु प्रभागीय वन अधिकारी द्वारा मामले में कोई भी उचित कार्यवाही ऐसी नहीं की गई जिससे कि भ्रष्टाचारी दंडित हो श्रीमान प्रभागीय वन अधिकारी गोरखपुर महोदय यदि आपके कर्मचारी उस घोटाले के दोषी नहीं हैं तो आप दोषी हुए आप के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही होना चाहिए श्रीमान जी या तो आप दंडित हो या आपके दोषी कर्मचारी दोनों बेकसूर हो जाएं ऐसा संभव ही नहीं है यदि आप सभी लोग बेकसूर हैं तो जरूर ही महालेखाकार का वह अधिनस्थ दोषी है जिसने गलत रिपोर्ट शासन को प्रेषित किया उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही होनी चाहिए श्रीमान जी भ्रष्टाचार को संरक्षित करना भी एक तरह से भ्रष्टाचार ही है यदि हम समाज को भ्रष्टाचार से सुरक्षित रखना चाहते हैं तो हम कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि भ्रष्टाचार पुष्पित और पल्लवित हो श्रीमान जी क्या यह भ्रष्टाचार नहीं है कि 21 लोगों के विरुद्ध भ्रष्टाचार की कार्यवाही सिर्फ दिखावा मात्र है जबकि उन लोगों की वजह से करोड़ों के राजस्व का नुकसान हुआ है क्यों सत्य को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं इसका मतलब कहीं ना कहीं आप की भी संलिप्तता है श्रीमान जी प्रदेश को इस भ्रष्टाचार रूपी दानव से बचाए इसी में लोगों का कल्याण है

Department -पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभागComplaint Category -

नियोजित तारीख-19-04-2023शिकायत की स्थिति-

Level -जनपद स्तरPost -प्रभागीय वन अधिकारी

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक16-04-2023 को फीडबैक:-महोदय प्रकरण का संबंध की गई कार्यवाही से है यहां पर या तो कार्यवाही नहीं हुई या तो महालेखाकार की रिपोर्ट झूठी थी प्रश्न यह उठता है महालेखाकार ऑफिस से जो ऑडिटर आते हैं यह पैसे के चक्कर में झूठा रिपोर्ट लगाते हैं जिसने पैसा दे दिया उसका सब सही है जिसने पैसा नहीं दिया उसके विरुद्ध में रिपोर्ट लगा देते हैं जब लोग दोषी नहीं थे तो अनावश्यक रूप से क्या जरूरत थी झूठी रिपोर्ट लगाने की ठीक है अब आगे की कार्यवाही की जाएगी महालेखाकार कार्यालय से पूछा जाएगा कि उन्होंने झूठा रिपोर्ट क्यों लगाया है इससे विभाग की छवि धूमिल होती है जो किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है कार्यालय प्रभागीय वनाधिकारी, गोरखपुर वन प्रभाग, गोरखपुर पत्रांक मेमों / 16एफ-16ए (जनसुनवाई ) दिनांक, गोरखपुर अप्रैल, 15 / 2023 office Phone/Fax No. 0551-2333108 E-Mail ID- dfogorakhpur@yahoo.co.in जनसुनवाई समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली उत्तर प्रदेश संदर्भ संख्या-40018823012579 शिकायतकर्ता श्री योगी एम०पी० सिंह जी को पूर्व में ही प्रभागीय वनाधिकारी गोरखपुर के कार्यालय के पत्रांक-2234 / 16एफ-16ए दिनांक 08.11.2021 एवं मेमो / 16एफ-16ए दिनांक 26.05.2022 द्वारा सूचित किया जा चुका है कि गोरखपुर वन प्रभाग गोरखपुर के अन्तर्गत महालेखाकार उ0प्र0 के आडिट के सम्बन्ध में 18 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही प्रचलित की गयी। अभी तक किसी अधिकारी एवं कर्मचारी को दण्डित नहीं किया गया है। प्रभागीय वनाधिकारी गोरखपुर वन प्रभाग गोरखपुर।

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 09-04-2023 प्रभागीय वन अधिकारी-गोरखपुर,पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग 15-04-2023 निस्तारण निस्तारित

Beerbhadra Singh

To write blogs and applications for the deprived sections who can not raise their voices to stop their human rights violations by corrupt bureaucrats and executives.

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