S.B.I. caused the loss of Rs.30000 and appeal closed with remark that the applicant suitably advised and this parrot reply is made in each appeal
Appeal Details Appeal Number DEABD/E/A/23/0004977 Name Sudarshan Maurya Appeal Recieved Date 14/03/2023 Reason Of Appeal महोदय यदि भारतीय स्टेट बैंक प्रार्थी के सब्सिडी को समय से मर्ज कर देता है तो प्रार्थी रुपये 30000 के हानि से बच जाता है क्योंकि प्रार्थी से उस पैसे का भी ब्याज लिया गया जो आज से 6 महीने पहले भारत सरकार द्वारा भारतीय स्टेट बैंक को दिया गया महोदय यदि इसी तरह से लूट जारी रही तो भारत सरकार द्वारा इतनी बड़ी सहायता राशि के बावजूद गरीबी बदस्तूर जारी रहेगी क्योंकि भारतीय स्टेट बैंक की कार्यशैली ही पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार पूर्ण है भिन्न-भिन्न तरीके से ग्राहकों को परेशान करना उनकी कार्यशैली का हिस्सा है अब सोचिए क्या जरूरत थी प्रार्थी का रुपये 30000 का नुकसान करने का जो सब्सिडी तुम 6 महीने बाद मर्ज किए उसे 6 महीने पहले कर देते तो क्या बुराई थीश्रीमान जी प्रार्थी द्वारा तुरंत सब्सिडी मर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया और खुद प्रार्थी द्वारा पब्लिक ग्रीवेंस पोर्टल पर भी सब्सिडी मर्ज करने के लिए अनुरोध किया गया किंतु मनमाना आख्या लगाकर भारतीय स्टेट बैंक द्वारा लगातार टालमटोल किया