Think about gravity of situation, first grabbers grabbed private road of Kiran Singh with the help of Lucknow police later suggesting corruptly

 


Grievance Status for registration number: PMOPG/E/2022/0213261

Grievance Concerns To

Name Of Complainant

Kiran Singh

Date of Receipt

11/08/2022

Received By Ministry/Department

Prime Ministers Office

Grievance Description

Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2022/0203146 Grievance Concerns To Name Of Complainant Kiran Singh Date of Receipt 31/07/2022Krishna Nagar police may remove encroachment from road which was encroached by offenders with help of them, then advise applicant as the offenders grabbed the private road of the applicant under the patronage of the concerned police. 
कृष्णा नगर पुलिस उस सड़क से अतिक्रमण हटा सकती है जिस पर अपराधियों द्वारा उनकी मदद से अतिक्रमण किया गया था, फिर आवेदक को सलाह दें क्योंकि अपराधियों ने संबंधित पुलिस के संरक्षण में आवेदक की निजी सड़क पर कब्जा कर लिया है
The applicant has been the master of the road since 2005 and offenders grabbed the road just two months ago. Therefore earlier status quo be maintained by the police, then suggest offenders to obtain legitimate solutions. आवेदक 2005 से सड़क का मालिक है और अपराधियों ने दो महीने पहले ही सड़क हड़प ली थी। इसलिए पहले पुलिस द्वारा यथास्थिति बनाए जाने का प्रयास किया जाए, फिर अपराधियों को वैध समाधान प्राप्त करने का सुझाव दिया जाए क्योकि सड़क तो प्रार्थी का है ही जिसे सरकारी दस्तावेज और बाद का समझौता चीख चीख कर कह रहा है 
Think about the credibility of the police report submitted by the concerned officer of the chief minister office.It was obligatory duty of the concerned police staff to immediately stop the construction work carried out by the sub inspector Kamala Dayal and then they had to suggest her if she was interested to revamp the road of the applicant, then she had to take the permission of the applicant or she had to take shelter of department of revenue. मुख्यमंत्री कार्यालय के संबंधित अधिकारी द्वारा प्रस्तुत पुलिस रिपोर्ट की विश्वसनीयता के बारे में सोचें संबंधित पुलिस कर्मचारियों का यह अनिवार्य कर्तव्य था कि वे उप निरीक्षक कमला दयाल द्वारा किए गए निर्माण कार्य को तुरंत रोकें होते और फिर उन्हें सुझाव देना था  कि यदि वह आवेदक की सड़क को सुधारने के लिए इच्छुक है , उन्हे  आवेदक की अनुमति लेनी थी  या उन्हें  राजस्व विभाग का आश्रय लेना था अपनी अधिकारिता सिद्ध करने के लिए 
Now it is the duty of the police to demolish the constructed wall and vacate the disputed site from the submersible pumps and other objectionable material which was installed and established in caucus with police. अब पुलिस का कर्तव्य बनता है कि निर्मित दीवार को गिराकर विवादित स्थल को पुलिस के साथ  साठ गाठ कर के  स्थापित किए गए सबमर्सिबल पंप व अन्य आपत्तिजनक सामग्री से बिबादित स्थल को सम्बंधित पुलिस खाली कराएं

Grievance Document

Current Status

Case closed

Date of Action

05/09/2022

Remarks

अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित जाँचकर्ता की आख्या मूलरूप से पोर्टल पर अवलोकनार्थ सादर सेवा में प्रेषित है अनुमोदित श्रीमान जी जांचोपरान्त आख्या प्रेषित है कृपया संलग्नक प्राप्त करें श्रीमान जी जांचोपरान्त आख्या प्रेषित है कृपया संलग्नक प्राप्त करें

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1

Poor

Rating Remarks

श्री मान जी कमला दयाल उपनिरीक्षक लोकल इंटेलिजेंस यूनिट जिस भू स्वामी से भू खंड खरीदा है वह दूसरा है और प्रार्थिनी द्वारा जमीन श्री मती शिमला देवी पत्नी राम सहाय यादव से श्री राम बालक यादब पुत्र श्री शंकर लाल निवासी अली नगर सुनहरा की मध्यस्थता में खरीदी गयी और इस रोड का बिबाद पूर्व में प्रार्थिनी और भू स्वामिनी के बीच में पैदा हुआ था जिसका निस्तारण एक समझौते के रूप में हुआ और वह समझौता खुद थाना-कृष्णा नगर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के थाना प्रभारी द्वारा दिनांक १४ अप्रैल २००५ को कराया गया जिसके गवाह श्री राम बालक यादब पुत्र श्री शंकर लाल निवासी अली नगर सुनहरा और प्रेम प्रकाश पुत्र मक्का लाल निवासी केसरीखेड़ा थे श्री मान समझौते के अनुसार १६ फ़ीट रास्ते को प्रार्थिनी किरन सिंह को दिया गया है उस पर भू स्वामिनी के सगे सम्बन्धी कभी कोई दावा नहीं करेंगे और किसी को बेचेंगे भी नहीं उसका इस्तेमाल प्रार्थिनी को करना है आप कभी कहते है की प्रार्थिनी का रोड और रास्ता सुरक्षित है और कभी कहते है १५ फ़ीट रास्ता है जिस पर कमला दयाल मिट्टी फेकवाई है और दीवाल उठाई है किसके परमिशन से कमला दयाल ने ऐसा किया

Officer Concerns To

Officer Name

Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)

Organisation name

Government of Uttar Pradesh

Contact Address

Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow

Email Address

bhaskar.12214@gov.in

Contact Number

05222226350

 

Beerbhadra Singh

To write blogs and applications for the deprived sections who can not raise their voices to stop their human rights violations by corrupt bureaucrats and executives.

2 Comments

Whatever comments you make, it is your responsibility to use facts. You may not make unwanted imputations against any body which may be baseless otherwise commentator itself will be responsible for the derogatory remarks made against any body proved to be false at any appropriate forum.

  1. आप स्पस्ट करे कोई कही भी मिट्टी फेकवा देगा दीवाल उठवा देगा क्यों की वह पुलिस में उपनिरीक्षक है आवेदनकर्ता का विवरण शिकायत संख्या40015722049767 आवेदक का नामKiran Singh श्री मान जी आप द्वारा किस आधार पर यह कहा जा रहा है की प्रार्थी की जमीन और रोड सुरक्षित है क्या आप द्वारा पैमाइस की गयी है श्री मान जी तथ्य तो यह है की आप द्वारा मौक़ा मुआयना तक नहीं किया गया आप द्वारा जनसुनवाई पोर्टल का मजाक बनाया गया है प्रार्थिनी फिर से आप से अनुरोध करती है की आप पोर्टल पर गोलमटोल जवाब लगा कर शिकायत को बंद करने के बजाय मामले के तथ्यों पर जाय और विपक्षियों जो अपराध कारित किए है दूसरे के जमीन को जबरदस्ती कब्जा करने के जुर्म में उपयुक्त भारतीय दंड विधान और भारतीय दंड संहिता के सुसंगत धाराओं में निरुद्ध करे जो न्याय हित में होगा आक्षेपित भूमि का नापी किये बिना उप निरीक्षक अभय कुमार वाजपेयी थाना कृष्णा नगर लखनऊ इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि अपराधियों ने जमीन पर कब्जा नहीं किया है. कृपया उक्त उप निरीक्षक अभय कुमार वाजपेयी को पुलिस द्वारा उपलब्ध करायी गयी तकनीक उपलब्ध करायें जो बिना स्थल पर जाये तथा थाने में बैठे हुए मामलों की जांच में सहायक है

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  2. सोचिए लखनऊ पुलिस की क्रेडिबिलिटी क्या है अरे विश्वसनीयता भी तो कुछ होती है विश्वसनीयता के सहारे देश चलता है हम कहते हैं जब किरण सिंह ने उस जमीन को लिखवाया है और जमीन के लिए वह रास्ता जमीन के मालिक द्वारा दिया गया है फिर दूसरे जमीन के मालिक से जमीन लिखवा कर कमला दयाल उपनिरीक्षक स्थानीय सतर्कता विभाग ने किस आधार पर उस जमीन को कब्जा कर लिया क्या यह वर्दी का गुंडा गिरी नहीं है पुलिस गिर जाए तो क्या की जा सकती है

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