संदर्भ संख्या : 40019923007368 , दिनांक - 08 Apr 2023 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019923007368
आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singhविषय-महोदय सड़क के बीचो बीच नाली वह भी टूटी-फूटी और उसके बावजूद उसके ऊपर ढक्कन लगा न हो किस बात का द्योतक है रोज लोग उस में गिरते हैं फोर व्हीलर फस जाते हैं तो क्रेन आकर निकालता है उसका 15 सो रुपए चार्ज करता है क्रेन ।क्या सुरेखा पुरम वासियों का जीवन नर्क से बदतर नहीं है सोचिए वह रिश्तेदार जो बहुत दूर से आता है दूसरे प्रदेशों से आते हैं उनकी गाड़ी यदि नाली में गिर जाए सिर्फ इसलिए कि ऊपर से पानी बह रहा है व्यक्ति कभी नहीं सोचता कि बीच से नाली बनी होगी यही बहुत बड़ा दुर्भाग्य है हम लोगों का इस सुरेकापुरम की जितनी उपेक्षा इस भाजपा सरकार ने किया उतनी उपेक्षा किसी भी अन्य गवर्मेंट ने नहीं किया अब इससे बड़ी बद नियति क्या होगी गवर्मेंट की जानबूझ के लोगों को परेशान कर रहे हैं हम कहते हैं की नगर पालिका मिर्जापुर परिषद इस पर मनन क्यों नहीं कर रही है की बने हुए नाली का ढक्कन कहां गया क्यों सब टूट फूट गया जब कोई पटक पटक के उसे तोड़ देगा तो टूटेगा ही यह लापरवाही पूर्ण रूप से निंदनीय है कृपया आप लोग अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं वर्ष भर से नाली टूटी हुई है लोग नाली में गिर रहे हैं वह भी नाली सड़क के बीचो-बीच जब पानी लग जाता है तो यह नहीं पता चलता कि कहां पर नाली है और कहां सड़क है महोदय बहुत ही कष्ट दाई समय है लगता है किसी अराजकता का शासन है श्रीमान जी अराजकता रोकिए सुरेकापुरम वासियों की पीड़ा को समझें बहुत ही कष्ट का समय आप तो अपने एयर कंडीशन कमरे में बैठे हुए हैं आपको इन सब चीजों से क्या मतलब कभी लोगों की परेशानी समझने का प्रयास किए सिर्फ फन्ड और कमीशन खोरी इससे ज्यादा कोई सोचता ही नहीं है इस समय लोक विभागों की स्थिति बहुत ही दयनीय है फंड आया नहीं उससे पहले ही उसका हिसाब हो जाता है किसको कितना कमीशन देना है यह तय होने लगता है तो फिर कार्य किस तरह से होंगे कोई जवाबदेही तो है नहीं कोई पारदर्शिता तो है नहीं जन सूचना अधिकार 2005 के तहत आवेदन प्रस्तुत किए जाते हैं तो वह कहां चले जाते हैं पता ही नहीं चलता अपील होता है तो उस पर कोई कार्यवाही नहीं होती ग्रामीण विकास विभाग के आयुक्त शासन के सचिव पत्र भेजते हैं तो उसे किस टोकरी में डाल दिया जाता है पता ही नहीं चलता भ्रष्टाचार की बात करने पर बहुत ही कष्ट होता है कि क्यों हम भ्रष्टाचारी किसी को कह रहे हैं अरे भैया भ्रष्टाचार को भ्रष्टाचार नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे हम कहते हैं वर्ष भर से नाली टूटी हुई है लोग नाली में गिर रहे हैं क्या किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने यह नहीं सोचा कि चलके कम से कम देख ले जब लोग इतने गिर रहे हैं लोगों की गाड़ियां फंस रही हैं लोग 15 सो रुपए देकर क्रेन को बुलाकर गाड़ियां निकाल रहे हैं तो इतनी बड़ी कुप्रबंधन जो नगर पालिका परिषद मिर्जापुर का है जिसको सरकार ने बहुत ज्यादा फंड दिया करोड़ करोड़ रुपए आए किंतु कहां चले गए पता नहीं चला 5 वर्ष का हिसाब मांगा गया किसी ने नहीं दिया तो समझ सकते हैं कि यही ईमानदारी है इसी को आप ईमानदारी करते हैं लोगों की जिंदगी को नर्क बना दीजिए इससे अच्छा आप जैसा नौकरशाह हो तो क्या अपेक्षा की जा सकती है
विभाग -शिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-08-05-2023शिकायत की स्थिति-
स्तर -जनपद स्तरपद -जिलाधिकारी
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
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नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 08-04-2023 08-05-2023 जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, अनमार्क