On 02 Sept 2021, J.E. concerned registered a case under section 135 of electricity act against theft of electricity but theft is continued

 

संदर्भ संख्या : 40019922003248 , दिनांक - 20 Mar 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019922003248

आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर ने न तो मुख्य मंत्री कार्यालय को गंभीरता से लिया जैसा की स्पस्ट है प्रकरण का निस्तारण मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा दिनांक 24-01-2022 निश्चित किया गया किन्तु उनके द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी जब की प्रकरण विद्युत् चोरी से सम्बंधित है और विद्युत् विभाग और सम्बंधित अधिकारी लाइन हानि सम्बोधित करते है जिससे विभाग का नाकारापन उजागर न हो निस्संदेह स्थित दुखद है सोचिये जिम्मेदारी और पारदर्शिता का पूर्ण अभाव फिर भी ईमानदार साहब जो कहेंगे वही होगा कानून गया कूड़े में ऐसी मानसिकता सार्वजनिक कार्यालयों में किस तरह से निरीह जनता सुकून की सास ले यहा ब्यथा  निवारण के लिए भिन्न भिन्न बहाने खोजे जाते है जिससे निस्तारण न करना पड़े चुनाव प्रचार जोरो पर सामने वाले को चोर कहने में कोई हिचक नहीं किन्तु अपने दामन में नहीं नहीं झांक रहे जो इतना दागदार है की यदि देखने का प्रयास करे और ईश्वर की कृपा से दिखाई दे  जाय तो वह इतना दागदार है दूसरे को चोर कहने से घृणा हो जाय श्री मान जी आराजकता किसी को भी सुकून नहीं दे सकती क्यों की बुराई से बुराई ही पैदा होगी कुछ अच्छा करिये क्यों की अंतिम यात्रा में आप के कर्म ही जाएंगे आपके  साथ और कुछ नहीं यह न हो की कहावत चरितार्थ हो अब पछताए क्या होत जब चिड़िया चुंग गई खेत श्री मान जब आप ब्यथा का सारगर्भित निस्तारण नहीं करेंगे और जनसूचना अधिकार के तहत वांछित सूचनाए नहीं उपलब्ध कराएगे तो निरीह जनता जाएगी कहा इस आराजकता में घुटने के सिवा है कोई चारा ऑनलाइन सन्दर्भ 09-01-2022 24-01-2022 अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क निगरानी निकाय द्वारा मामले को निपटाने की अंतिम तिथि 24-01-2022 निर्धारित की गई है, जिसका अर्थ है कि आज १९ दिन और बीत गए और अभी भी अधीक्षण अभियंता ने मामले को अपने अधीनस्थों को तब भी चिह्नित नहीं किया जब मामला बिजली की चोरी से संबंधित था। क्या भ्र्ष्टाचार के इस युग में इसी को सुशासन कहा जाता है जब मामला बिजली की चोरी से संबंधित था और अधिकारिओं द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी सोचिये ये अधिकारी खुद विजली चोरी कैसे रोक सकते है सोचिये विद्युत् चोरी के इस प्रकरण पर लीपा पोती क्यों जन सूचना अधिकारी निम्नलिखित सूचना बिंदुवार निम्नानुसार उपलब्ध करा सकते हैं। 1- अधीक्षण अभियंता 09 जनवरी 2022 से 24 जनवरी 2022 के बीच की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करे यदि कोई ऑफ़लाइन किया गया है। 2-किस प्रावधान के तहत यह उचित है कि बिजली मोटर का संचालन दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह द्वारा किया जाय तथा सूचना चाहने वाले अर्थात कमलेश सिंह के बार-बार आपत्ति करने पर भी कमलेश सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह के नाम से विद्युत बिल जारी किया जा रहा है। कृपया इसके संबंध में जारी परिपत्र और विनियम प्रदान करें जो ईडीडी II मिर्जापुर को न्यायोचित ठहराता हो दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह के खिलाफ बिजली चोरी की धारा 135 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है.उक्त एफ.आई.आर में अनुवर्ती कार्रवाई और प्रगति रिपोर्ट भी उपलब्ध कराएं। संदर्भ संख्या : 40019921026801 , दिनांक - 13 Feb 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921026801 आवेदक का नाम-Kamlesh Singh विषय-This matter also concerns executive engineer EDD II Fataha District-Mirzapur as issuing arbitrary bills in the name of Kamlesh Singh while premise has been grabbed by Dileep Singh S/O Raghuvar Dayal Singh. Also provide the subsequent action and progress report in F.I.R. registered under section 135 for the theft of electricity. 1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 20-11-2021 20-12-2021 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित 2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 09-01-2022 24-01-2022 अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क

विभाग -विद्युतशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-16-03-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक15-03-2022 को फीडबैक:-शिकायतकर्ता के द्वारा बताया गया है कि आवेदक विभाग द्वारा दिये गए समाधान से संतुष्ट नहीं है क्योंकि समस्या का समाधान नहीं हुआ है, कृपया जल्द से जल्द समस्या का समाधान किया जाए |

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 14-02-2022 16-03-2022 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित

2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 15-03-2022 30-03-2022 अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क

संदर्भ संख्या : 40019922002490 , दिनांक - 20 Mar 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019922002490

आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत को प्रकरण का निस्तारण २४ जनवरी २०२२ तक करना था और आज ३ फ़रवरी २०२२ है अर्थात विद्युत् चोरी के इस प्रकरण को उन्होंने भी गंभीरता से नहीं लिया Registration Number PUVNL/R/2022/60027 Name Kamlesh Singh Date of Filing 24/01/2022 Status RTI REQUEST RECEIVED as on 24/01/2022उपरोक्त जनसूचना आवेदन के माध्यम से प्रार्थी द्वारा संदर्भ संख्या : 40019921026801 के सन्दर्भ में सूचना मांगी गयी  और प्रबंध निदेशक कार्यालय पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम द्वारा प्रकरण को मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को अग्रसारित किया गया किन्तु अभी तक कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराया गया क्या यही सुशासन है एक जंगल राज को सुशासन कहना कहा  तक उचित है प्रकरण विद्युत् चोरी से सम्बंधित है वरिष्ठ अधिकारिओं की चुप्पी किस ढंग से उचित है समझ में नहीं आ रहा है विवरण के लिए संलग्नक देखे संदर्भ संख्या : 40019921026801 , दिनांक - 03 Feb 2022 तक की स्थितिआवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921026801आवेदक का नाम-Kamlesh Singh1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 20-11-2021 20-12-2021 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 09-01-2022 24-01-2022 अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्कदिनांक09-01-2022 को फीडबैक:-श्री मान जी पुलिस उपनिरीक्षक महोदय की रिपोर्ट ही उनकी विवेकहीनता प्रदर्शित करती है अब तो विवरण हिंदी में है श्री मान जी किस तरह से दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह द्वारा कमलेश सिंह के कनेक्शन का उपयोग किया जाना न्यायोचित है उनके ही रिपोर्ट से स्पस्ट है की परिसर का उपयोग दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल द्वारा किया जा रहा है आप कह रहे है विद्युत् बिल का भुगतान कमलेश सिंह को करना है और परिसर का उपयोग और बिजली का बिल कमलेश सिंह के नाम है आप के अनुसार कमलेश सिंह को ही भरना है श्री मान जी कमलेश सिंह अपना कनेक्शन चला रहे है उनको अपना बिल भरना है तो दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह अभी तक कौन कनेक्शन चला रहे है आप का रिपोर्ट पक्षपात पूर्ण है और भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है बहुत आश्चर्य है की वरिष्ठ अधिकारी प्रकरण पर चुप्पी साधे है श्री मान जी आपके उपनिरीक्षक कह रहे है जो बिद्युत बिल आया है उसका भुगतान कमलेश सिंह करे जब की उसको चलाएंगे दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह न तो वे परिसर छोड़ेगे और न ही बिल भरेंगे हां बिद्युत मोटर जरूर चलाएंगे ऐसे उपनिरीक्षकों की मदद ले कर हे भगवन रक्षा करे Concerned matter is bipolar. 1- One of the poles is the theft of electricity resolved by the concerned executive engineer EDD II Manoj Kumar Yadav. Undoubtedly action taken against theft of electricity but premises are still under the possession of land grabbers who are using electricity connection of Victim Kamlesh Singh and premises of Kamlesh Singh. It is the job of police to free the premises of the electricity connection taken by the victim Kamlesh Singh from the clutches of grabbers. From the report of the executive engineer, it is obvious that premises of the electricity connection are in the possession of grabbers. 2- Another pole is the grabbing of the premises by the accused who are shielded by the police concerned against petitions made by the complainant. Following complaints made by the victim against the accused overlooked by the police through arbitrary reports. Last date fixed by the monitoring body to dispose of the matter is 24-01-2022 which means today and still the superintending engineer did not mark the matter to its subordinates even when the matter concerns the theft of the electricity. Public information officer may provide the following information point wise as follows. 1- Superintending engineer may pro

विभाग -विद्युतशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-05-03-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी आदेश/आपत्ति दिनांक आदेश/आपत्ति आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 03-02-2022 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत 09-03-2022 सन्दर्भ संख्या 40019922002490 का आख्या पोर्तल पर अपलोद लोया गया है. निस्तारित

संदर्भ संख्या : 40019921026801 , दिनांक - 20 Mar 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921026801

आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-This matter also concerns executive engineer EDD II Fataha District-Mirzapur as issuing arbitrary bills in the name of Kamlesh Singh while premise has been grabbed by Dileep Singh S/O Raghuvar Dayal Singh. Also provide the subsequent action and progress report in F.I.R. registered under section 135 for the theft of electricity. अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 20-11-2021 20-12-2021 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-लालगंज,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क आवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921026052 आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-आवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921021728 जिसका विवरण आंग्लभाषा में संलग्न है इस प्रत्यावेदन के साथ और उस आंग्ल भाषा का हिंदी रूपांतरण यह है The aforementioned application along with the report of the sub-inspector Ram Bachan Singh Yadav and the report of Executive Engineer is attached to this grievance. Flaws in the report of the sub-inspector Ram Bachan Singh Yadav only promotes corruption in the system.Which may be summarised as follows. 1-Report of sub-inspector Ram Bachan Singh Yadav is not based on the facts but merely a concocted story based on his imagination prepared by him without inspecting the site and seeking the documents of the facts. 2-Instead of maintaining transparency and accountability of the report and checking authenticity of the claim he reported the viewpoints of the offenders which justify the wrong stand of the offenders. 3-Factual position is that offenders grabbed the premise of the applicant Kamlesh Singh. 4-Their activities make more serious offence because they want to operate the electricity connection in the name of Kamlesh Singh ipso facto from the report of sub-inspector Ram Bachan Singh Yadav. 5-Sir, you are well apprised with the facts that for more than two years offenders made repeated attempts to grab the land in the possession of the applicant Kamlesh Singh and they grabbed the premise through their criminal activities. 6-Applicant deposited only those dues which were used by the applicant but how can he deposit those dues used by Dileep Singh S/O Raghuvar Dayal Singh after grabbing the premise? 7-Since the Jigana police are biased, they are not interested in looking into the facts of the case by inspecting the records and sequence of events that took place and repeatedly reported to police. 8-Most surprising is that the report is justifying the illegal stand of the offenders that they are operating the electricity connection in the name of Kamlesh Singh and the bills are being issued to Kamlesh Singh which is sheer illegal. This is happening after repeated complaints of Kamlesh Singh itself. Please register a first information report against the grabbers of the premise and use it illegally ipso facto. Please take a glance of the attached documents not seen by police ever and reports are submitted arbitrarily.

विभाग -विद्युतशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-24-01-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -मण्डल स्तरपद -अधीक्षण अभियंता

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक09-01-2022 को फीडबैक:-श्री मान जी पुलिस उपनिरीक्षक महोदय की रिपोर्ट ही उनकी विवेकहीनता प्रदर्शित करती है अब तो विवरण हिंदी में है श्री मान जी किस तरह से दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह द्वारा कमलेश सिंह के कनेक्शन का उपयोग किया जाना न्यायोचित है उनके ही रिपोर्ट से स्पस्ट है की परिसर का उपयोग दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल द्वारा किया जा रहा है आप कह रहे है विद्युत् बिल का भुगतान कमलेश सिंह को करना है और परिसर का उपयोग और बिजली का बिल कमलेश सिंह के नाम है आप के अनुसार कमलेश सिंह को ही भरना है श्री मान जी कमलेश सिंह अपना कनेक्शन चला रहे है उनको अपना बिल भरना है तो दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह अभी तक कौन कनेक्शन चला रहे है आप का रिपोर्ट पक्षपात पूर्ण है और भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है बहुत आश्चर्य है की वरिष्ठ अधिकारी प्रकरण पर चुप्पी साधे है श्री मान जी आपके उपनिरीक्षक कह रहे है जो बिद्युत बिल आया है उसका भुगतान कमलेश सिंह करे जब की उसको चलाएंगे दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह न तो वे परिसर छोड़ेगे और न ही बिल भरेंगे हां बिद्युत मोटर जरूर चलाएंगे ऐसे उपनिरीक्षकों की मदद ले कर हे भगवन रक्षा करे Concerned matter is bipolar. 1One of the poles is the theft of electricity resolved by the concerned executive engineer EDD II Manoj Kumar Yadav. Undoubtedly action taken against theft of electricity but premises are still under the possession of land grabbers who are using electricity connection of Victim Kamlesh Singh and premises of Kamlesh Singh. It is the job of police to free the premises of the electricity connection taken by the victim Kamlesh Singh from the clutches of grabbers. From the report of the executive engineer, it is obvious that premises of the electricity connection are in the possession of grabbers. 2Other pole is the grabbing of the premises by the accused who are shielded by the police concerned against whom petitions made by the complainant Yogi M. P. Singh. Following complaint made by the victim against the accused overlooked by the police through arbitrary reports.

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 20-11-2021 20-12-2021 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित

2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 09-01-2022 24-01-2022 अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क

Comments

  1. प्रावधान के तहत यह उचित है कि बिजली मोटर का संचालन दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह द्वारा किया जाय तथा सूचना चाहने वाले अर्थात कमलेश सिंह के बार-बार आपत्ति करने पर भी कमलेश सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह के नाम से विद्युत बिल जारी किया जा रहा है। कृपया इसके संबंध में जारी परिपत्र और विनियम प्रदान करें जो ईडीडी II मिर्जापुर को न्यायोचित ठहराता हो दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह के खिलाफ बिजली चोरी की धारा 135 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है.उक्त एफ.आई.आर में अनुवर्ती कार्रवाई और प्रगति रिपोर्ट भी उपलब्ध कराएं।

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  2. Theft of the electricity is on its peak in the Government of Yogi Adityanath as there is no effective control over the public system of the chief minister quite obvious from the lackadaisical approach of the vigilance team of the department of electricity in the Uttar Pradesh. Power corporation limited of Uttar Pradesh is running under huge loss because of the large scale theft of electricity.

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