संदर्भ संख्या : 40019921021728 , दिनांक - 12 Nov 2021 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019921021728
आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-An application under subsection 1 of section 156 of the criminal penal code for registering First Information Report against Dileep Singh S/O Raghuvar Dayal Singh and Raghuvar Dayal Singh S/O Bhanu Pratap Singh for grabbing the premises of the electricity connection having electric motor and boring and now operating Aataa chakki quite obvious from registered F.I.R. under section 135 for the theft of electricity. Victim-Kamlesh Singh S/O Bhanu Pratap Singh Address Village Kothra Kantit , Post Shree Nivas Dham, Police station Jigna Pincode 231313 State Uttar Pradesh Country India Accused-1-Dileep Singh S/O Raghuvar Dayal Singh Address Village Kothra Kantit , Post Shree Nivas Dham, Police station Jigna Pincode 231313 State Uttar Pradesh Country India Accused 2-Raghuvar Dayal Singh S/O Bhanu Pratap Singh Address Village Kothra Kantit , Post Shree Nivas Dham, Police station Jigna Pincode 231313 State Uttar Pradesh Country India Report submitted by the executive engineer electricity distribution division second Mr. Manoj Kumar Yadav, it has proved that Dileep Singh S/O Raghuvar Dayal Singh has been caught red handed in the theft of electricity consequently F.I.R. as aforementioned registered by the junior engineer of the department of electricity. Section 441 (Criminal Trespass): When someone unlawfully enters a property, or lawfully enters a property but unlawfully remains there (such as a tenant after expiration of tenancy) with the intent to commit an offence, or to intimidate, insult or annoy the person in possession of such property, it amounts to criminal trespass. Section 425 (Mischief): When someone intentionally or knowingly causes destruction of a property or any change in a property that diminishes its value or utility, they are said to commit “mischief”. Section 420 (Cheating): This provision is applied when someone cheats and deceives you into delivering any property to someone else. #Section 442 (House Trespass): This is a form of “criminal trespass” wherein the trespasser unlawfully enters a human dwelling, or any building used as a place of worship or as place for the custody of property. Section 503 (Criminal Intimidation): Any threat of injury to a person, reputation or property with the intent to cause them to do something which they are not legally bound to do is a form of “criminal intimidation”.
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-18-10-2021शिकायत की स्थिति-
स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक18-10-2021 को फीडबैक:-महोदय उपनिरीक्षक महोदय अधिशाषी अभियंता की रिपोर्ट को अपने अविश्वसनीय रिपोर्ट को आधार बना कर झुठलाया जा रहा है जो उन्होने अपने अवर अभियंता के रिपोर्ट के आधार पर दी है परिसर की चेकिंग ०२ सितम्बर २०२१ को अवर अभियंता द्वारा किया गया है और अवर अभियंता ०८ सितम्बर २०२१ की रिपोर्ट संलग्न है जिसमे दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी धारा १३५ के तहत कराई गई है अब चुकी जाँच अधिकारी उपनिरीक्षक महोदय पूर्ण रूप से पक्षपात पर उतर आये है इसलिए दबंगो के दबाव पीड़ितों को नजर अंदाज कर रहे जो न्यायोचित नहीं है जो वे कृत्य कर रहे है वह वल्नरेबल सेक्शन के शोषण से ज्यादा कुछ नहीं है श्री मान जी अधिशाषी अभियंता क्लास १ का पोस्ट है और खुद अवर अभियंता का ग्रेड उपनिरीक्षक से ज्यादा है इसलिए उनकी रिपोर्ट कितनी विश्वसनीय है समय ही बताएगा सच तो यह है उपनिरीक्षक महोदय को आंग्ल भाषा समझ में ही नहीं आयी है और वह अपने मनमाना रिपोर्ट लगाने में ही वयस्त रहे हो सकता अब सी श्रेणीकृत होने के बाद फीडबैक पढ़े उन्हें कुछ महसूस हो यह तो मई शुरू से हे कह रहा हूँ पुलिस दबंगो से मिली हुई है जिसकी जांच होनी चाहिए और मै अपने प्रतिनिधि के माध्यम से उच्चाधिकारिओं के समक्ष पेश होना चाहता हूँ
फीडबैक की स्थिति -वरिष्ठ /पुलिस अधीक्षक द्वारा सी - श्रेणीकृत
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी आदेश/आपत्ति दिनांक आदेश/आपत्ति आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति संलगनक
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 11-10-2021 थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक-जिगना,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस 17-10-2021 महोदय जाँच प्रार्थना पत्र कि निस्तारण आख्या सादर सेवा मे प्रेषित हैं । C-श्रेणीकरण
2 आख्या वरिष्ठ /पुलिस अधीक्षक , मिर्ज़ापुर 19-10-2021 कृपया प्रकरण की पुनः जाँच करते हुए गुणवत्तापूर्ण जाँच आख्या प्रेषित करें। थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक-जिगना,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस 26-10-2021 श्रीमान् जी संलग्न जांच आख्या महोदय के अवलोकनार्थ सादर सेवा में प्रेषति है।
अनुमोदन टिप्पणी :--- अनुमोदित'
दिंनाक - 26-10-2021 श्रेणीकृत निस्तारित
महोदय उपनिरीक्षक महोदय अधिशाषी अभियंता की रिपोर्ट को अपने अविश्वसनीय रिपोर्ट को आधार बना कर झुठलाया जा रहा है जो उन्होने अपने अवर अभियंता के रिपोर्ट के आधार पर दी है परिसर की चेकिंग ०२ सितम्बर २०२१ को अवर अभियंता द्वारा किया गया है और अवर अभियंता ०८ सितम्बर २०२१ की रिपोर्ट संलग्न है जिसमे दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी धारा १३५ के तहत कराई गई है अब चुकी जाँच अधिकारी उपनिरीक्षक महोदय पूर्ण रूप से पक्षपात पर उतर आये है इसलिए दबंगो के दबाव पीड़ितों को नजर अंदाज कर रहे जो न्यायोचित नहीं है
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