Think about gravity of situation, after grabbing road, Krishna Nagar police Lucknow advising Kiran Singh to take shelter in Tehsil

 





संदर्भ संख्या : 40015722058354 , दिनांक - 30 Jul 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40015722058354

आवेदक का नाम-Kiran Singhविषय-आवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-60000220107657,Where is the one foot road that must be explained by the station house officer of police station-Krishna Nagar, Lucknow, Uttar Pradesh and how private road of the aggrieved can be grabbed by offenders? थाना-कृष्णा नगर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के थाना प्रभारी को स्पष्ट करना चाहिए कि एक फुट रोड कहां है और किस प्रकार पीड़ित की निजी सड़क को अपराधियों द्वारा हथिया लिया जा सकता है? श्री मान जी कमला दयाल उपनिरीक्षक लोकल इंटेलिजेंस यूनिट जिस भू स्वामी से भू खंड खरीदा है वह दूसरा है और प्रार्थिनी द्वारा जमीन श्री मती शिमला देवी पत्नी राम सहाय यादव से श्री राम बालक यादब पुत्र श्री शंकर लाल निवासी अली नगर सुनहरा की मध्यस्थता में खरीदी गयी और इस रोड का बिबाद पूर्व में प्रार्थिनी और भू स्वामिनी के बीच में पैदा हुआ था जिसका निस्तारण एक समझौते के रूप में हुआ और वह समझौता खुद थाना-कृष्णा नगर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के थाना प्रभारी द्वारा दिनांक १४ अप्रैल २००५ को कराया गया जिसके गवाह श्री राम बालक यादब पुत्र श्री शंकर लाल निवासी अली नगर सुनहरा और प्रेम प्रकाश पुत्र मक्का लाल निवासी केसरीखेड़ा थे श्री मान समझौते के अनुसार १६ फ़ीट रास्ते को प्रार्थिनी किरन सिंह को दिया गया है उस पर प्रार्थिनी के सगे सम्बन्धी कभी कोई दावा नहीं करेंगे और किसी को बेचेंगे भी नहीं उसका इस्तेमाल प्रार्थिनी को करना है श्री मान जी संलग्न रिपोर्ट्स से स्पस्ट है आप कभी कहते है की प्रार्थिनी का रोड और रास्ता सुरक्षित है और कभी कहते है १५ फ़ीट रास्ता है जिस पर कमला दयाल मिट्टी फेकवाई है और दीवाल उठाई है किसके परमिशन से कमला दयाल ने ऐसा किया आप स्पस्ट करे कोई कही भी मिट्टी फेकवा देगा दीवाल उठवा देगा क्यों की वह पुलिस में उपनिरीक्षक है आवेदनकर्ता का विवरण शिकायत संख्या40015722049767 आवेदक का नामKiran Singh श्री मान जी आप द्वारा किस आधार पर यह कहा जा रहा है की प्रार्थी की जमीन और रोड सुरक्षित है क्या आप द्वारा पैमाइस की गयी है श्री मान जी तथ्य तो यह है की आप द्वारा मौक़ा मुआयना तक नहीं किया गया आप द्वारा जनसुनवाई पोर्टल का मजाक बनाया गया है प्रार्थिनी फिर से आप से अनुरोध करती है की आप पोर्टल पर गोलमटोल जवाब लगा कर शिकायत को बंद करने के बजाय मामले के तथ्यों पर जाय और विपक्षियों जो अपराध कारित किए है दूसरे के जमीन को जबरदस्ती कब्जा करने के जुर्म में उपयुक्त भारतीय दंड विधान और भारतीय दंड संहिता के सुसंगत धाराओं में निरुद्ध करे जो न्याय हित में होगा आक्षेपित भूमि का नापी किये बिना उप निरीक्षक अभय कुमार वाजपेयी थाना कृष्णा नगर लखनऊ इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि अपराधियों ने जमीन पर कब्जा नहीं किया है. कृपया उक्त उप निरीक्षक अभय कुमार वाजपेयी को पुलिस द्वारा उपलब्ध करायी गयी तकनीक उपलब्ध करायें जो बिना स्थल पर जाये तथा थाने में बैठे हुए मामलों की जांच में सहायक है संख्या40015722052249 आवेदक का नामKiran Singhउपरोक्त शिकायत में महेश कुमार चौकी इंचार्ज विजयनगर द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया उनकी दलील है की प्रार्थिनी के निबंधन विलेख में १६ फिट के स्थान पर १५ फिट ही रास्ता है और उस पर उपनिरीक्षक कमला दयाल मिट्टी फेकवा रही है और उसे बहने से बचाने के लिए दीवाल बनवाई है अर्थात प्रार्थिनी के रोड का कमला दयाल द्वारा अपने रोड जैसा उपयोग किया जा रहा है सिर्फ इसलिए की पुलिस में उपनिरीक्षक है और महिला होने के नाते वरिष्ठ अधिकारियों की सहानुभूति हासिल है महोदय महेश कुमार चौकी इंचार्ज विजयनगर ने तो कमला दयाल उपनिरीक्षक लोकल इंटेलिजेंस यूनिट प्रार्थिनी के रोड पर कब्जा को ही न्यायोचित ठहरा दिया परदे के पीछे क्या डील हुई कौन जानता है वाह रे लखनऊ पुलिस कानून का मखौल उड़ाना कोई आप से सीखे उप निरीक्षक अभय कुमार वाजपेयी थाना कृष्णा नगर लखनऊ ने अपनी रिपोर्ट में स्पस्ट रूप से कहा प्रार्थी की जमीन और रोड सुरक्षित है रोड पे मिट्टी फेकी जा रही है सब्मर्सिबल पंप लगाया गया देवाल खड़ी कर दी गई १६ फिट को १५ फिट बना दिया गया बिना तहसील की राय के श्री मान जी सम्बंधित पुलिस उस रि

विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-04-08-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक30-07-2022 को फीडबैक:-श्री मान निस्संदेह आपका सुझाव उचित है यदि आप यह सुझाव कमला दयाल उपनिरीक्षक लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को दिए होते क्योकि प्रार्थिनी की सड़क कब्जा करने से पहले कमला दयाल पुलिस के बजाय तहसील गई होती किन्तु उन्होंने तो पुलिस को वरीयता दी क्योकि उनकी सेटिंग तहसील में नहीं हो पायी सोचिये सम्बंधित पुलिस प्रार्थी निजी रास्ते को कमला दयाल को पद का दुरपयोग करके रहस्य्मयी तरीके से कब्जा करा दिया अब प्रार्थिनी के तर्कसंगत प्रस्तुतीकरण से घबड़ा कर जवाब देने से भाग रही है पुलिस को मालुम होना चाहिए रास्ते में कोई बिबाद नहीं है बिबाद पुलिस द्वारा पैदा किया गया है पुलिस को यह बताना पड़ेगा किस दस्तावेज के आधार पर कमला दयाल प्रार्थिनी की रोड पर मिटटी फेकवा रही है और सबमर्सिबल पंप लगवाई है श्री मान जी भूमि पर कब्ज़ा पुलिसअपराधिक केस है न की सिविलदीवानी केस इसलिए पुलिस को भू कब्जा का मामला अपराधियों के विरुद्ध पंजीकृत करना चाहिए जिस तरह से पुलिस द्वारा स्थिरता के साथ मूकदर्शक बन कर प्रार्थिनी के रास्ते को कब्जा कराया अब नियमानुसार प्रथम सूचना रिपोर्ट से क्यों भाग रही है क्या पुलिस कोई भी कार्य नियमानुसार न करने का मन बना लिया है सोचिये पुलिस की बिस्वसनीयता इस समय रसातल में पहुंच चुकी है कोई भी धार्मिक व्यक्ति पुलिस की नौकरी क्या पुलिस से परहेज करता है श्री मान जी पुलिस क्यों प्रकरण से भाग रही है क्योकि जानती है की यदि प्रकरण की जांच की तो पंडोरा बॉक्स खुल जाएगा और खुछ घूसखोर साथी बेइज्जत हो जायेगे यही कटु सत्य है श्री मान जी सरकार द्वारा अच्छी खासी तनख्वाह ऑफिस में बैठ कर पोर्टल पर आख्या लगाने के लिए दी जाती है बल्कि मामले का तार्किक अन्वेषण हेतु दिया जाता है यहां तो पुलिस ने स्थलीय निरीक्षण तक नहीं किया और प्रार्थिनी की और से प्रस्तुत मोबाइल फ़ोन से भी सत्यता का परीक्षण करने का प्रयास नहीं किया गया इससे बड़ी कर्तव्य शिथिलता क्या हो सकती है ईमानदारी किसी के दबाव में नहीं पैदा होती है बल्कि यह ईश्वर प्रदत्त अच्छे संस्कारों से आती है जो की स्पस्ट है Sir, undoubtedly your suggestion is justified if you would have given this suggestion to Kamala Dayal SubInspector Local Intelligence Unit because Kamla Dayal would have gone to Tehsil instead of police before taking possession of the road, but she gave preference to the police because of her setting could not be done in Tehsil. Concerned Police has occupied the private road applicant in a mysterious manner by misusing the position for offender Kamla Dayal. The police will have to tell on the basis of which document Kamla Dayal is throwing soil on the road of the applicant and has installed a submersible pump. Police occupying land for Kamla Dayal. यह कहावत यहा पूर्ण रूप से चरितार्थ हो रही है नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली श्री मान जी प्रार्थिनी तहसील जा कर कहे की हमारी रोड को कमला दयाल उपनिरीक्षक ने कब्ज़ा कर लिया है तो वे नहीं कहेगे की पुलिस के पास जाओ उसमे हम क्या कर सकते है This proverb is being fully realized here, after eating nine hundred rats, the cat went to Haj. what can do Sir, applicant should go to Tehsil and say that our road has been occupied by the subinspector Kamala Dayal, then they will not say that you may go to the police, what can we do in it.

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 28-07-2022 04-08-2022 थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-कृष्णानगर,जनपद-लखनऊ,पुलिस आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित

2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 30-07-2022 06-08-2022 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-क्षेत्राधिकारी कृष्णा नगर ,जनपद-लखनऊ,पुलिस शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क

संदर्भ संख्या : 40015722058354 , दिनांक - 30 Jul 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40015722058354

आवेदक का नाम-Kiran Singhविषय-आवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-60000220107657,Where is the one foot road that must be explained by the station house officer of police station-Krishna Nagar, Lucknow, Uttar Pradesh and how private road of the aggrieved can be grabbed by offenders? थाना-कृष्णा नगर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के थाना प्रभारी को स्पष्ट करना चाहिए कि एक फुट रोड कहां है और किस प्रकार पीड़ित की निजी सड़क को अपराधियों द्वारा हथिया लिया जा सकता है? श्री मान जी कमला दयाल उपनिरीक्षक लोकल इंटेलिजेंस यूनिट जिस भू स्वामी से भू खंड खरीदा है वह दूसरा है और प्रार्थिनी द्वारा जमीन श्री मती शिमला देवी पत्नी राम सहाय यादव से श्री राम बालक यादब पुत्र श्री शंकर लाल निवासी अली नगर सुनहरा की मध्यस्थता में खरीदी गयी और इस रोड का बिबाद पूर्व में प्रार्थिनी और भू स्वामिनी के बीच में पैदा हुआ था जिसका निस्तारण एक समझौते के रूप में हुआ और वह समझौता खुद थाना-कृष्णा नगर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के थाना प्रभारी द्वारा दिनांक १४ अप्रैल २००५ को कराया गया जिसके गवाह श्री राम बालक यादब पुत्र श्री शंकर लाल निवासी अली नगर सुनहरा और प्रेम प्रकाश पुत्र मक्का लाल निवासी केसरीखेड़ा थे श्री मान समझौते के अनुसार १६ फ़ीट रास्ते को प्रार्थिनी किरन सिंह को दिया गया है उस पर प्रार्थिनी के सगे सम्बन्धी कभी कोई दावा नहीं करेंगे और किसी को बेचेंगे भी नहीं उसका इस्तेमाल प्रार्थिनी को करना है श्री मान जी संलग्न रिपोर्ट्स से स्पस्ट है आप कभी कहते है की प्रार्थिनी का रोड और रास्ता सुरक्षित है और कभी कहते है १५ फ़ीट रास्ता है जिस पर कमला दयाल मिट्टी फेकवाई है और दीवाल उठाई है किसके परमिशन से कमला दयाल ने ऐसा किया आप स्पस्ट करे कोई कही भी मिट्टी फेकवा देगा दीवाल उठवा देगा क्यों की वह पुलिस में उपनिरीक्षक है आवेदनकर्ता का विवरण शिकायत संख्या40015722049767 आवेदक का नामKiran Singh श्री मान जी आप द्वारा किस आधार पर यह कहा जा रहा है की प्रार्थी की जमीन और रोड सुरक्षित है क्या आप द्वारा पैमाइस की गयी है श्री मान जी तथ्य तो यह है की आप द्वारा मौक़ा मुआयना तक नहीं किया गया आप द्वारा जनसुनवाई पोर्टल का मजाक बनाया गया है प्रार्थिनी फिर से आप से अनुरोध करती है की आप पोर्टल पर गोलमटोल जवाब लगा कर शिकायत को बंद करने के बजाय मामले के तथ्यों पर जाय और विपक्षियों जो अपराध कारित किए है दूसरे के जमीन को जबरदस्ती कब्जा करने के जुर्म में उपयुक्त भारतीय दंड विधान और भारतीय दंड संहिता के सुसंगत धाराओं में निरुद्ध करे जो न्याय हित में होगा आक्षेपित भूमि का नापी किये बिना उप निरीक्षक अभय कुमार वाजपेयी थाना कृष्णा नगर लखनऊ इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि अपराधियों ने जमीन पर कब्जा नहीं किया है. कृपया उक्त उप निरीक्षक अभय कुमार वाजपेयी को पुलिस द्वारा उपलब्ध करायी गयी तकनीक उपलब्ध करायें जो बिना स्थल पर जाये तथा थाने में बैठे हुए मामलों की जांच में सहायक है संख्या40015722052249 आवेदक का नामKiran Singhउपरोक्त शिकायत में महेश कुमार चौकी इंचार्ज विजयनगर द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया उनकी दलील है की प्रार्थिनी के निबंधन विलेख में १६ फिट के स्थान पर १५ फिट ही रास्ता है और उस पर उपनिरीक्षक कमला दयाल मिट्टी फेकवा रही है और उसे बहने से बचाने के लिए दीवाल बनवाई है अर्थात प्रार्थिनी के रोड का कमला दयाल द्वारा अपने रोड जैसा उपयोग किया जा रहा है सिर्फ इसलिए की पुलिस में उपनिरीक्षक है और महिला होने के नाते वरिष्ठ अधिकारियों की सहानुभूति हासिल है महोदय महेश कुमार चौकी इंचार्ज विजयनगर ने तो कमला दयाल उपनिरीक्षक लोकल इंटेलिजेंस यूनिट प्रार्थिनी के रोड पर कब्जा को ही न्यायोचित ठहरा दिया परदे के पीछे क्या डील हुई कौन जानता है वाह रे लखनऊ पुलिस कानून का मखौल उड़ाना कोई आप से सीखे उप निरीक्षक अभय कुमार वाजपेयी थाना कृष्णा नगर लखनऊ ने अपनी रिपोर्ट में स्पस्ट रूप से कहा प्रार्थी की जमीन और रोड सुरक्षित है रोड पे मिट्टी फेकी जा रही है सब्मर्सिबल पंप लगाया गया देवाल खड़ी कर दी गई १६ फिट को १५ फिट बना दिया गया बिना तहसील की राय के श्री मान जी सम्बंधित पुलिस उस रि

विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-04-08-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 28-07-2022 थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-कृष्णानगर,जनपद-लखनऊ,पुलिस 29-07-2022 श्रीमान जी जांचोपरान्त आख्या प्रेषित है कृपया संलग्नक प्राप्त करें। निस्तारित


Beerbhadra Singh

To write blogs and applications for the deprived sections who can not raise their voices to stop their human rights violations by corrupt bureaucrats and executives.

1 Comments

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  1. This proverb is being fully realized here, after eating nine hundred rats, the cat went to Haj. what can do Sir, applicant should go to Tehsil and say that our road has been occupied by the subinspector Kamala Dayal, then they will not say that you may go to the police, what can we do in it.

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