The matter concerns deep rooted corruption of Tahsil Sadar so complaint again submitted before the competent authority

 



Whether it reflects fair dealings in the working of the S.D.M. Sadar as concerned are procrastinating in transferring property to inheritors


संदर्भ संख्या : 40019922002161 , दिनांक - 30 Jan 2022 तक की स्थिति


आवेदनकर्ता का विवरण :


शिकायत संख्या:-40019922002161


आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-संदर्भ संख्या : 60000220007019 , दिनांक - 30 Jan 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-60000220007019 संदर्भ संख्या : 40019922001060 , दिनांक - 30 Jan 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40019922001060 Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/02782, विवरण के लिए संलग्नक देखे प्रकरण भ्र्ष्टाचार से सम्बंधित है त्वरित कार्यवाही आवश्यक है ‘बर्बाद ऐ गुलशन कि खातिर बस एक ही उल्लू काफी था/ हर शाख पर उल्लू बैठा है अंजाम ऐ गुलशन क्या होगा।’ बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा Grievance Concerns To​ ​Name Of Complainant​ ​Yogi M. P. Singh​ ​Date of Receipt​ ​13/01/2022​ ​Received By Ministry/Department​ ​Uttar Pradesh अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 11-10-2021 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 18-10-2021 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपितसंलग्नक के रूप में दो पेज १-लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट जो निम्न शिकायत को निस्तारण हेतु लगाया गया जिसके अनुसार वरासत कर दिया गया है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा वरासत के पश्चात रजि ० कार्यालय भेज दी गयी है रिपोर्ट का डेट १८ अक्टूबर २०२१ है श्री मान जी उपरोक्त रिपोर्ट को तीन महीने पश्चात दुहराने की क्या आवश्यकता है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा और अभी तक अमल दरामद नहीं हुआ भ्र्ष्टाचार के दो तरह के साक्ष्य होते है सीधा प्रमाण अर्थात परोक्ष प्रमाण और अपरोक्ष प्रमाण और अपरोक्ष प्रमाण चीख चीख कर चिल्ला रहे है की उपजिलाधिकारी सदर की कार्यशैली संदिग्ध है अन्यथा विभाग में इतना बड़ा भ्र्ष्टाचार न होता श्री मान जी आप भी नहीं पूछ रहे है की तीन महीने से क्या कर रहे थे टाल मटोल का कारण ही भ्र्ष्टाचार है लेट क्यों कर रहे है आप समझदार है What is the difference between earlier report submitted by the the concerned staff of the tehsil sadar and this report? Whether it is not corruption that concerned staff are procrastinating in transferring the property to the inheritors? How the justice would be available to the weaker and the downtrodden section in this era of corruption which is prevailed throughout in the administration of sub divisional magistrate. If sub divisional magistrate may decide the what amount of bribe would be taken by the the staff at different seats would be justified in the wide public interest. पोर्टल पर फीडबैक नहीं सबमिट हो सका इसलिए प्रार्थी द्वारा पुनः आवेदन प्रस्तुत किया जा रहा है अधिकारी द्वारा शिकायत का अंतिम निस्तारण कर दिया गया है | अंतिम निस्तारण के बाद आप फीडबैक दर्ज नहीं कर सकते है| निम्न में से कोई एक अंतिम निस्तारण का कारण हो सकता हैं 1-वाद-न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 2-प्रकरण न्यायालय के क्षेत्राधिकार में आता है, 3-आवेदक योजना हेतु अपात्र है, 4-धनराशि की अनुपलब्धता, 5-अन्य कारण, 6-वाद राजस्व न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 7-प्रकरण सुझाव श्रेणी का है , 8-प्रकरण मांग श्रेणी का है , 9-नौकरी/आर्थिक सहायता दिए जाने सम्बन्धी मांग, 10-नीति विषयक प्रकरण, 11-विभाग से सम्बंधित नहीं, 12-सूचना के अधिकार सम्बन्धी प्रकरण


Department -राजस्व एवं आपदा विभागComplaint Category -


नियोजित तारीख-14-02-2022शिकायत की स्थिति-


Level -तहसील स्तरPost -तहसीलदार


प्राप्त रिमाइंडर-


प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-


फीडबैक की स्थिति -


संलग्नक देखें -Click here


नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!


अग्रसारित विवरण :


क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति


1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 30-01-2022 14-02-2022 तहसीलदार-सदर,जनपद-मिर्ज़ापुर,राजस्व एवं आपदा विभाग अनमार्क



जनसुनवाई


समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली, उत्तर प्रदेश


सन्दर्भ संख्या:-  40019922002161


लाभार्थी का विवरण


नाम Yogi M P Singh पिता/पति का नाम


मोबइल नंबर(१) 7379105911 मोबइल नंबर(२)


आधार कार्ड न. ई-मेल yogimpsingh@gmail.com


पता Mohalla Surekapuram Lakshmi Narayan Baikunth Mahadev Mandir District Mirzapur


आवेदन पत्र का ब्यौरा


आवेदन पत्र का संक्षिप्त ब्यौरा संदर्भ संख्या : 60000220007019 , दिनांक - 30 Jan 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-60000220007019 संदर्भ संख्या : 40019922001060 , दिनांक - 30 Jan 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40019922001060 Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/02782, विवरण के लिए संलग्नक देखे प्रकरण भ्र्ष्टाचार से सम्बंधित है त्वरित कार्यवाही आवश्यक है ‘बर्बाद ऐ गुलशन कि खातिर बस एक ही उल्लू काफी था/ हर शाख पर उल्लू बैठा है अंजाम ऐ गुलशन क्या होगा।’ बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा Grievance Concerns To​ ​Name Of Complainant​ ​Yogi M. P. Singh​ ​Date of Receipt​ ​13/01/2022​ ​Received By Ministry/Department​ ​Uttar Pradesh अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 11-10-2021 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 18-10-2021 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपितसंलग्नक के रूप में दो पेज १-लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट जो निम्न शिकायत को निस्तारण हेतु लगाया गया जिसके अनुसार वरासत कर दिया गया है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा वरासत के पश्चात रजि ० कार्यालय भेज दी गयी है रिपोर्ट का डेट १८ अक्टूबर २०२१ है श्री मान जी उपरोक्त रिपोर्ट को तीन महीने पश्चात दुहराने की क्या आवश्यकता है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा और अभी तक अमल दरामद नहीं हुआ भ्र्ष्टाचार के दो तरह के साक्ष्य होते है सीधा प्रमाण अर्थात परोक्ष प्रमाण और अपरोक्ष प्रमाण और अपरोक्ष प्रमाण चीख चीख कर चिल्ला रहे है की उपजिलाधिकारी सदर की कार्यशैली संदिग्ध है अन्यथा विभाग में इतना बड़ा भ्र्ष्टाचार न होता श्री मान जी आप भी नहीं पूछ रहे है की तीन महीने से क्या कर रहे थे टाल मटोल का कारण ही भ्र्ष्टाचार है लेट क्यों कर रहे है आप समझदार है What is the difference between earlier report submitted by the the concerned staff of the tehsil sadar and this report? Whether it is not corruption that concerned staff are procrastinating in transferring the property to the inheritors? How the justice would be available to the weaker and the downtrodden section in this era of corruption which is prevailed throughout in the administration of sub divisional magistrate. If sub divisional magistrate may decide the what amount of bribe would be taken by the the staff at different seats would be justified in the wide public interest. पोर्टल पर फीडबैक नहीं सबमिट हो सका इसलिए प्रार्थी द्वारा पुनः आवेदन प्रस्तुत किया जा रहा है अधिकारी द्वारा शिकायत का अंतिम निस्तारण कर दिया गया है | अंतिम निस्तारण के बाद आप फीडबैक दर्ज नहीं कर सकते है| निम्न में से कोई एक अंतिम निस्तारण का कारण हो सकता हैं 1-वाद-न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 2-प्रकरण न्यायालय के क्षेत्राधिकार में आता है, 3-आवेदक योजना हेतु अपात्र है, 4-धनराशि की अनुपलब्धता, 5-अन्य कारण, 6-वाद राजस्व न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 7-प्रकरण सुझाव श्रेणी का है , 8-प्रकरण मांग श्रेणी का है , 9-नौकरी/आर्थिक सहायता दिए जाने सम्बन्धी मांग, 10-नीति विषयक प्रकरण, 11-विभाग से सम्बंधित नहीं, 12-सूचना के अधिकार सम्बन्धी प्रकरण


संदर्भ दिनांक 30-01-2022 पूर्व सन्दर्भ(यदि कोई है तो) 0,0


विभाग राजस्व एवं आपदा विभाग शिकायत श्रेणी न्यायालय के आदेश-अमल दरामद सम्बंधी/नामान्तरण सम्बन्धी


लाभार्थी का विवरण/शिकायत क्षेत्र का


शिकायत क्षेत्र का पता राजस्व ग्राम- नीबी गहरवार, ग्राम पंचायत- नीबी गहरवार, विकास खण्ड- छानवे, तहसील- सदर, जिला- मिर्ज़ापुर

Yogi

An anti-corruption crusader. Motive to build a strong society based on the principle of universal brotherhood. Human rights defender and RTI activist. Working for the betterment of societies and as an anti-corruption crusader for more than 25 years. Our sole motive is to raise the voices of weaker and downtrodden sections of the society and safeguard their human rights. Our motive is to promote the religion of universal brotherhood among the various castes communities of different religions. Man is great by his deeds and character.

1 Comments

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  1. रिपोर्ट का डेट १८ अक्टूबर २०२१ है श्री मान जी उपरोक्त रिपोर्ट को तीन महीने पश्चात दुहराने की क्या आवश्यकता है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा और अभी तक अमल दरामद नहीं हुआ भ्र्ष्टाचार के दो तरह के साक्ष्य होते है सीधा प्रमाण अर्थात परोक्ष प्रमाण और अपरोक्ष प्रमाण और अपरोक्ष प्रमाण चीख चीख कर चिल्ला रहे है की उपजिलाधिकारी सदर की कार्यशैली संदिग्ध है अन्यथा विभाग में इतना बड़ा भ्र्ष्टाचार न होता श्री मान जी आप भी नहीं पूछ रहे है की तीन महीने से क्या कर रहे थे टाल मटोल का कारण ही भ्र्ष्टाचार है लेट क्यों कर रहे है आप समझदार है

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