Hospital is not providing free treatment to the handicapped Ayushman Card holder Pankaj Kumar

पंचाक्षर स्तोत्र (संस्कृत: श्रीशिवपंचाक्षरस्तोत्रम्) एक स्तोत्र है। स्तोत्र संस्कृत साहित्य में किसी देवी-देवता की स्तुति में लिखे गये काव्य को कहा जाता है। इस स्तोत्र में शिव जी की प्रार्थना की गई
है। ॐ नम: शिवाय पर निर्धारित यह श्लोक संग्रह अत्यंत मनमोहक
रूप से शिवस्तुति कर रहा है।
इस स्तोत्र के रचयिता श्री आदि शंकराचार्य जी हैं जो महान शिव भक्त, अद्वैतवादी, एवं धर्मचक्रप्रवर्तक थे। सनातनी ग्रंथ एवं
विद्वानों के अनुसार वे भगवान शिव के अवतार थे। इनके विषय में कहते हैं।..
अष्टवर्षेचतुर्वेदी, द्वादशेसर्वशास्त्रवित्
षोडशेकृतवान्भाष्यम्द्वात्रिंशेमुनिरभ्यगात्
अर्थात्, आठ वर्ष की आयु में चारों वेदों में निष्णात हो गए, बारह वर्ष की आयु में सभी शास्त्रों में
पारंगत,
सोलह वर्ष की आयु में शांकरभाष्य तथा बत्तीस
वर्ष की आयु में शरीर त्याग दिया।
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सोमनाथ • नागेश्वर • महाकालेश्वर • श्रीशैल • भीमाशंकर • ॐकारेश्वर • केदारनाथ • विश्वनाथ • त्र्यंबकेश्वर • रामेश्वरम • घृष्णेश्वर • बैद्यनाथ
ReplyDeleteॐ नमः शिवाय • शिवलिंग • विभूति • शिवालय • सिद्ध • महाशिवरात्रि •